हुदहुद चक्रवात ने ली 24 लोगों की जान

हैदराबाद/भुवनेश्वर : आंध्रप्रदेश के तटीय जिलों में आज दस्तक देने वाले हुदहुद चक्रवाती तूफान से मरने वालों की संख्या 21 हो गयी है. आज 16 और लोगों के मारे जाने की सूचना है. वहीं, ओड़िशा में इस तूफान ने कम से कम तीन लोगों की जान ले ली. आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 13, 2014 6:37 AM

हैदराबाद/भुवनेश्वर : आंध्रप्रदेश के तटीय जिलों में आज दस्तक देने वाले हुदहुद चक्रवाती तूफान से मरने वालों की संख्या 21 हो गयी है. आज 16 और लोगों के मारे जाने की सूचना है. वहीं, ओड़िशा में इस तूफान ने कम से कम तीन लोगों की जान ले ली.

आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण में विशेष आयुक्त के हेमावती ने समाचार एजेंसी भाषा को बताया, ‘‘विशाखापत्तनम जिले से 15 लोगों की मौत की खबर है. विजयनगरम में पांच लोगों की मृत्यु हो गयी और श्रीकाकुलम में एक व्यक्ति मारा गया.’’ सरकार के सलाहकार(संचार) पाराकला प्रभाकर ने कहा कि ज्यादातर लोग पेड़ों के गिरने से मारे गये.

अधिकारियों ने कल तूफान में मारे गये लोगों की संख्या पांच बतायी थी. आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों में आज दस्तक देने वाले हुदहुद चक्रवाती तूफान से मरने वालों की संख्या 21 हो गयी है. आज 16 और लोगों के मारे जाने की खबर मिली.

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण में विशेष आयुक्त के हेमावती को बताया, ‘‘विशाखापत्तनम जिले से 15 लोगों की मौत की खबर है. विजयनगरम में पांच लोगों की मृत्यु हो गयी और श्रीकाकुलम में एक व्यक्ति मारा गया.’’ सरकार के सलाहकार (संचार) पाराकला प्रभाकर ने कहा कि ज्यादातर लोग पेड़ों के गिरने से मारे गये. उल्लेखनीय है कि अधिकारियों ने कल तूफान में मारे गये लोगों की संख्या पांच बतायी थी.

वहीं मंगलवार कोप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हुदहुद तूफान से हताहत लोगों का हालचाल जानने विशाखापत्तनम जायेंगे. हुदहुद तूफान की रफ्तार थोड़ी धीमी हुई है लेकिन लगातार बारिश जारी है.

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘कल विशाखापत्तनम जाउंगा और हालात का जायजा लूंगा.’’प्रधानमंत्री ने कहा है कि उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से बात की है और लगातार उनसे ताजा हालात की जानकारी ले रहे हैं.

सोमवार सुबह पांच बजे से NDRF की टीम पुन: राहत बचाव कार्य में लग गई है. इससे पहले कल NDRF की टीम ने 558 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया था. एक साल के बच्चे का शव भी टीम के हाथ लगा. रातभर इमरजेंसी लाइन चालू थी.

चक्रवात के कमजोर पडने और इसके उत्तर-पश्चिमी दिशा में बढ जाने के बाद आंध्र प्रदेश आज इसके परिणामों से जूझ रहा है. यह अपने पीछे तबाही का मंजर छोड गया है. आवश्यक वस्तुओं की कमी का सामना कर रहे प्रभावित तीन जिलों में मकान नष्ट हो जाने से बहुत से लोग बेघर हो गए हैं. विशाखापत्तनम, श्रीकाकुलम और विजियानगरम जिलों तथा ओडिशा के कुछ भागों में भारी से अत्यंत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. छत्तीसगढ की तरफ बढने से पहले चक्रवात से आठ लोगों की मौत हो गई.

आंध्र प्रदेश में चक्रवात से 44 मंडलों के 320 गांवों में 2.48 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. खतरे वाले इलाकों से 1,35,262 लोगों को निकालकर 223 राहत केंद्रों में पहुंचाया गया. चक्रवात कल विशाखापत्तनम के नजदीक टकराया था. शहर में तबाही की तस्वीरें हैं जहां चक्रवात का भीषण असर हुआ है. सैकडों पेडों और खंभों के उखड जाने तथा अन्य मलबे से सडके अवरुद्ध हो गईं. 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं से शहर में मकानों की छतें और होडिर्ंग्स उखड गए. प्रभावित एक व्यक्ति ने कहा, ‘‘बिजली नहीं है, पानी नहीं है, दूध भी नहीं है. हमें पेट्रोल भी नहीं मिल रहा. हम सडकों पर नहीं चल सकते. यहां एक दिन गुजारना भी मुश्किल है.’’

चक्रवात से प्रभावित क्षेत्रों में जल एवं विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है तथा संचार व्यवस्था भी तबाह हो गई है. चक्रवात से पहुंचे नुकसान के चलते ज्यादातर पेट्रोल पंप बंद हैं. आज थोडे-बहुत जो पेट्रोल पंप खुले, वहां लोगों की लंबी कतारें देखी गईं. हवाईअड्डा तथा रेलवे को भारी बारिश और तेज हवाओं से जबर्दस्त नुकसान हुआ है. राज्य सरकार ने नुकसान के आकलन के लिए व्यापक प्रक्रिया शुरु कर दी है. मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय दूरस्थ संवेदी केंद्र को नुकसान का ब्यौरा अपडेट करने के लिए जीओ-टैगिंग के इस्तेमाल का निर्देश दिया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्थिति का जायजा लेने के लिए कल विशाखापत्तनम पहुंचेंगे। वहीं, मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के मंत्रिमंडल के सदस्यों के शहर में ही मौजूद रहने की उम्मीद है क्योंकि सरकार प्रभावित जिलों में जनजीवन को फिर से पटरी पर लाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है. राज्य के राजस्व :आपदा प्रबंधन: विभाग के अनुसार आंध्र प्रदेश में दीवारों और छतों के गिरने तथा पेडों के उखडने से पांच लोगों की मौत हुई है. मृतकों में यहां का एक वर्षीय एक बच्चा पी. नाग मनोज भी शामिल है. मौसम विभाग के अनुसार हुदहुद दक्षिणी छत्तीसगढ और दक्षिण पश्चिमी ओडिशा के बेहद करीब केंद्रित है. यह उत्तर-उत्तर पश्चिम की तरफ बढेगा तथा धीरे-धीरे कमजोर हो जाएगा.

ओडिशा में चक्रवात से तीन लोगों की मौत हुई है. ओडिशा सरकार ने प्रभावित दक्षिणी जिलों में राहत एवं पुनर्वास कार्यों के लिए कमर कस ली है. हुदहुद के चलते राज्य के दक्षिणी इलाकों में मकानों को नुकसान पहुंचा है और पेड उखड गए हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ऐहतियाती कदम के तहत ओडिशा में करीब 2.33 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और 10 जिलों-गजपति, गंजाम, कोरापुट, मल्कानगिरि, पुरी, रायगढा, नबरंगपुर, केंद्रपाडा, कालाहांडी और खुर्दा में करीब 2,000 आश्रय केंद्र बनाए गए हैं जहां नि:शुल्क खाना उपलब्ध कराया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि स्थिति में सुधार तथा हवाओं की गति कम होने पर इन केंद्रों में रह रहे लोग अपने घरों को लौटने में सक्षम होंगे. कल चक्रवात के चलते ऐहतियात के तौर पर विशाखापत्तनम के लिए सडक एवं रेल परिवहन सेवा निलंबित कर दी गई थी. राज्य सरकार ने जहां आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा के कई जिलों के लिए जाने वाली बसों को रोक दिया था, वहीं रेलवे ने 58 ट्रेनें रद्द कर दी थीं और 50 अन्य का मार्ग बदल दिया था. सूत्रों ने बताया कि कुछ स्थानों पर आज बस सेवा शुरु हो गई और रेलवे भी पालसा तक ट्रेनें चलाने पर विचार कर रहा है.

आंध्र-ओड़िशा के तट पर तबाही

विशाखापत्तनम/ भुवनेश्वर:‘हुदहुद’ चक्रवात से आंध्र प्रदेश और ओड़िशा के तटीय जिलों में भारी बारिश और करीब 200 किलोमीटर की रफ्तार से चली हवाओं के चलते रविवार को छह लोगों की मौत हो गयी. विशाखापत्तनम में तबाही का मंजर है, जिसे इस शक्तिशाली तूफान ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया है. करीब साढ़े तीन लाख लोगों ,जिसमें आंध्र के ढाई और ओडिशा के एक लाख शामिल हैं, को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. दोपहर में चक्रवात विशाखापत्तनम तट पर पहुंचा. इससे पहले प्रचंड हवाओं ने आंध्र के चार जिलों में जबरदस्त तबाही मचायी. तटीय ओड़िशा के करीब आठ जिलों में भी तेज हवाएं चलीं. इससे पहले इन क्षेत्रों में बिजली और संचार लाइनें ठप पड़ गयीं. मौसम विभाग ने तीन दिनों तक भारी बारिश होने की आशंका व्यक्त की है.

आंध्र : बेपटरी हुई जिंदगी

दोपहर दो बजे के आसपास विशाखापत्तनम में तूफान के प्रवेश करने के साथ ही तेज हवाओं (करीब 200 से 180 किमी/घंटा)और भारी बारिश के कारण पेड़ उखड़ गये. मकानों की छतें उड़ गयीं. रेल लाइनें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई हैं. हवाई अड्डे को भी नुकसान पहुंचा है. एनडीआरएफ ने विशाखापत्तनम में तैनात टीमों की संख्या को दोगुना कर दिया है. आंध्र प्रदेश के प्रधान सचिव आइवीआर कृष्ण राव ने कहा कि तूफान के कारण तीन लोगों की मौत की खबर है. विशाखापत्तनम और श्रीकाकुलम जिले में क्रमश: दो लोगों की पेड़ गिरने से और एक की मकान की चाहरदीवारी गिरने से. राज्य में कुल 2,48,004 लोग प्रभावित हुए हैं. इससे 70 मकानों को भी नुकसान पहुंचा और 34 पशु मारे गये हैं.

ओड़िशा : तूफान के बाद बाढ़

ओड़िशा में चक्रवात के कारण पूरे तटीय और दक्षिणी क्षेत्र में सुबह से मध्यम से भारी बारिश के साथ 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार तक तेज हवाएं देखने को मिली. विशेष राहत आयुक्त पीके महापात्र ने कहा कि ओड़िशा में मरने वालों की संख्या बढ़कर तीन हो गयी है. इधर, राज्य के गंजम, गजपति और कंधमाल में भारी बारिश होने पर प्रशासन ने बाढ़ की स्थिति पैदा होने की स्थिति में इससे निबटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. गजपति जिले में कासीनगर में बंसधारा नदी खतरने के निशान के करीब बह रही है जबकि सोरादा, पुरुषोत्तमपुर और अस्का में रुशीकुलया जैसी नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो रही है.

झारखंड, बिहार व बंगाल में अलर्ट

आइएमडी के महानिदेशक लक्ष्मण सिंह राठौर के मुताबिक तूफान के आगे बढ़ने के साथ छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, पूर्वी मध्यप्रदेश और पूर्वी उत्तरप्रदेश और पश्चिम बंगाल के गंगा से लगे इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. लोगों को नदी के किनारे न जाने की सलाह दी गयी है. इन राज्यों के प्रधान सचिवों को सतर्क कर दिया गया है और नियमित संपर्क में हैं. समय-समय पर सुझाव दिया जा रहा है.

केंद्र ने किया मदद का वादा

केंद्रीय मंत्रिमंडल सचिव अजित सेठ ने कहा कि प्रधानमंत्री ने दोनों राज्यों को तूफान से निबटने के लिए हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है. उन राज्यों को भी अलर्ट करने को कहा है, जहां भारी बारिश हो सकती है. फिलहाल नुकसान का सरकार के पास अभी कुल अनुमान नहीं है. राज्य सरकार और केंद्रीय एजेंसियां राहत-बचाव में जुटी हैं.

पीएम ने हालात की जानकारी ली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति की समीक्षा की. दोनों राज्यों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है. आंध्र के सीएम चंद्रबाबू नायडू से बात की. नायडू ने सहयोग के लिए शुक्रिया अदा किया. इससे पहले प्रधानमंत्री ने एक आपात उच्चस्तरीय बैठक की थी, जिसमें गृह मंत्री राजनाथ सिंह को दोनों राज्यों के सीएम से नियमित संपर्क में रहने को कहा था.

झारखंड : तेज बारिश, हवा भी

रांची:चक्रवाती तूफान हुदहुद का प्रभाव झारखंड पर दिखने लगा है. राजधानी रांची सहित पूरे राज्य में दिन भर बादल छाये रहे. रांची, पश्चिमी सिंहभूम में देर रात से भारी बारिश शुरू हो गयी. पश्चिमी सिंहभूम के किरीबुरू में शाम पांच बजे के बाद तेज हवा और बारिश शुरू हुई. वहीं हजारीबाग, खूंटी, चतरा, रामगढ़, सिमडेगा में बारिश भी हुई. लगभग सभी जिलों में छिटपुट बारिश रिकॉर्ड की गयी. हवा की गति भी सामान्य से थोड़ी तेज थी. राज्य में सोमवार को तूफान का अधिक असर दिखने की आशंका है. सोमवार तक कई इलाकों में तेज बारिश का अनुमान है. ओड़िशा से सटे इलाकों में इसका प्रभाव ज्यादा हो सकता है. कुछ स्थानों पर 20 से 30 मिमी तक बारिश हो सकती है. हवा की गति 30 किमी के आसपास हो सकती है.

मौसम केंद्र ने जारी किया अलर्ट

राजधानी के एयरपोर्ट स्थित मौसम केंद्र के निदेशक बीके मंडल ने अलर्ट जारी किया है. कहा है : कुछ स्थानों पर हवा की गति तेज हो सकती है. लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए. कच्चे मकानों में रह रहे लोग अधिक सावधानी बरतें. उन्हें सोमवार को पक्के मकानों में शरण ले लेनी चाहिए. जानवरों की सुरक्षा के उपाय भी करने चाहिए. उन्होंने कहा : अधिक चिंता की बात नहीं है, पर एहतियात बरतना जरूरी है. झारखंड का इलाका सीधे तूफान की दिशा में नहीं है. पर तूफान के कारण बननेवाले डिप्रेशन के क्षेत्र झारखंड में भी आ रहे हैं. इस कारण झारखंड में सोमवार को इसका अधिक असर दिखेगा, जो मंगलवार को कम हो जायेगा.

कहां क्या हुआ

धनबाद : हल्की बारिश

गिरिडीह : बादल छाये रहे.

जमशेदपुर : छिटपुट बारिश

सरायकेला : दिन भर बादल. कहीं-कहीं हल्की बारिश

रामगढ़ : सुबह नौ से 12.30 बजे तक बारिश. दिन भर बादल

दुमका : बूंदाबांदी

देवघर : बादल छाये रहे. बूंदाबांदी भी

पाकुड़ : छिटपुट बारिश

साहेबगंज : छिटपुट बारिश

जामताड़ा : बादल छाये रहे

गोड्डा : बादल छाये रहे

रांची में भारी बारिश, बिजली कटी

राजधानी रांची में रविवार को सुबह से ही घने बादल छाये रहे. दिन भर बूंदाबांदी भी हुई. हालांकि देर रात बारिश ने रफ्तार पकड़ ली. क ई इलाकों में बिजली कट गयी. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, सोमवार को राजधानी में तेज हवा व बारिश जारी रह सकती है.

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