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हुदहुदः मोदी ने आंध्र प्रदेश को दिया हजार करोड़ का राहत पैकेज

चक्रवाती तूफान ‘हुदहुद’ ने आंध्र प्रदेश और ओड़िशा के पूर्वी तटीय इलाकों में जमकर कहर बरपाने के बाद करीब 50 किमी/घंटा की रफ्तार से उत्तर भारत की ओर बढ़ गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश का दौैरा किया. उन्होंने यहा राहत के लिए एक हजार करोड़ रुपये की घोषणा की. इसके अलावा उन्होंने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 14, 2014 6:29 AM

चक्रवाती तूफान ‘हुदहुद’ ने आंध्र प्रदेश और ओड़िशा के पूर्वी तटीय इलाकों में जमकर कहर बरपाने के बाद करीब 50 किमी/घंटा की रफ्तार से उत्तर भारत की ओर बढ़ गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश का दौैरा किया. उन्होंने यहा राहत के लिए एक हजार करोड़ रुपये की घोषणा की. इसके अलावा उन्होंने मृतकों को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार की मदद का आश्वासन दिया.

इस दौरान नरेंद्र मोदी ने वहां के नागरिकों की जमकर तारीफ करते हुए कहा, यहां के नागरिकों ने इस आपदा के दौरान संयम बरता और सरकार ने बचाव के लिए जैसा आदेश दिया था उसका पालन किया. केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर इस आपदा से निपटने का काम किया है. मैंने हवाई सर्वेक्षण से इस पूरे इलाके का निरक्षण किया है और तत्काल राहत के तौर पर एक हजार करोड़ की राशि देने की घोषणा करता हूं.

इसके अलावा मोदी ने कहा, मैं समझता हूं कि यहां के किसानों को बहुत नुकसान हुआ है. केंद्र सरकार की टीम इस पूरे नुकसान का मुआयना करेगी उसके बाद मदद की हर संभव कोशिश की जायेगी. उन्होंने मौसम विभाग की भी तारीफ की वक्त रहते मौसम विभाग ने लोगों को आगाह कर दिया.

गौरतलब है कि इस तुफान ने भारी तबाही मचायी है यह छत्तीसगढ़ से उत्तर प्रदेश और मध्‍यप्रदेश पहुंचा जिसके कारण यहां बारिश हो रही है. मध्‍यप्रदेश के रीवा में तूफान के कारण तीन लोगों की मौत हो गई है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तबाही का जायजा लेने आज विशाखापत्तनम के विजाग पहुंच गये हैं. उनके साथ राज्य के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू भी मौजूद हैं.इस प्राकृतिक आपदा में मृतकों की संख्या बढ़कर 24 हो गयी है. हालांकि, केंद्र ने यह संख्या 17 ही बतायी है. झारखंड,बिहार, पश्चिम बंगाल व पूर्वी उत्तर प्रदेश में सामान्य से भारी बारिश की चेतावनी के बीच केंद्रीय गृहमंत्री ने इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की. वहीं, प्रधानमंत्री ने राहत-बचाव को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की.

रायपुर/ विशाखापत्तनम/ भुवनेश्वर. आंध्र प्रदेश और ओड़िशा चक्रवाती तूफान ‘हुदहुद’ गुजरने के बाद उसके प्रभाव से जूझ रहे हैं. इन राज्यों में हजारों लोग बेघर हो गये हैं. दोनों राज्यों में करीब 12 जिलों में आधारभूत ढांचे को जोरदार नुकसान पहुंचा है. ध्वस्त संचार सेवा, बिजली संपर्क बहाल करने और मलबे से भरी सड़कों की सफाई करने के लिए राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी है. सात लाख से अधिक लोग शिवरों में ठहरे हैं, इनमें से पांच लाख लोग आंध्र के हैं. करीब 70 हजार कच्चे मकानों ध्वस्त हो गये. बिजली, पानी, संचार व्यवस्था नष्ट होने के साथ यातायात पर भी जबरदस्त असर पड़ा है. तूफान धीमी रफ्तार के साथ छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ गया, जहां तेज हवाओं के साथ मूसलधार बारिश हुई.

झारखंड और बिहार में मूसलधार की चेतावनी

नयी दिल्ली में मौसम विभाग ने बताया कि धीरे-धीरे तीव्रता और कम होगी. यह दबाव का रूप ले लेगा. इस कारण पूर्वी मध्य प्रदेश और ओड़िशा के अंदरुनी हिस्से में कुछ स्थानों पर और पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड और बिहार में भारी से बहुत भारी बारिश होगी. आंध्र के विजयानगरम और श्रीकाकुलम जिलों में भी मूसलधार बारिशहोगी. हवा की गति फिलहाल 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा है. इस बीच गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों से बात की और हालात की समीक्षा की.

झारखंड में भी क्षति : 300 मकान गिरे

चाईबासा (प सिंहभूम)

तांतनगर : गिलितआदेर (सिरमासाई) में 72 घरों को नुकसान. खेडियासिंद्री में छह और दारा में चार घरों को नुकसान

टुगरी : कुछ ही सेकेंड में दर्जनों पेड़ धराशायी. राजीव गांव चौक मार्ग के पास बिजली के आधा दर्जन से अधिक खंभे गिरे.

गुटूसाई : कल्याणपुर में चार और जेवियर नगर में आधा दर्जन से अधिक घरों के छप्पर उड़े. दर्जन भर लोग घायल

रांची : सिल्ली : सुलमुजुडी, तिरला, कलवाडीह, लेंगहातू व ब्रgहृणडीह क्षेत्र में दर्जनों पेड़ गिर गये. कई घरों के छप्पर उखड़ गये. बिजली के तार कई जगहों पर टूट गय़े लेंगहातू में पेड़ गिरने से दो घर क्षतिग्रस्त हो गये. प्रोजनी बाग में दर्जन भर पेड़ उखड़ गये. एक गैरेज का शेड उखड़ गया.

रातू : झखराटांड़ में तबाही. कई घरों पर पेड़ गिर गय़े

रामगढ़ : गोला : नावाडीह पंचायत के चोकड़बेड़ा गांव में कई घरों के छप्पर उड़ गये. कोरांबे, टिकाराम जारा, धोरधोरा, चोकड़बेड़ा, गोला सहित कई गांवों में दर्जनों घर, पेड़ व विद्युत तार गिर गये. विद्युत आपूर्ति ठप रही.

रजरप्पा : भैरवी नदी का जलस्तर बढ़ा. दर्जनों दुकानें बह गयी. छिलका पुल के ऊपर पहुंचा पानी, गोला-रजरप्पा का संपर्क टूटा रहा

हजारीबाग : चौपारण : पवई व कमलवार में सैकड़ों घरों के छप्पर उड़े. दर्जनों परिवार बेघर. कई पेड़ गिरे. विद्युत व्यवस्था ठप

चतरा : सिमरिया, पत्थलगड्डा, गिद्धौर, टंडवा, कान्हाचट्टी में अधिक नुकसान. फसलें बरबाद

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