चेन्नई:भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के फौलादी इरादों को भीषण चक्रवात ‘हुदहुद’ भी नहीं डिगा सका. आंध्रप्रदेश और ओड़िशा के तटीय इलाकों में तूफान से भीषण तबाही के बावजूद इसरो ने सोमवार सुबह 06:32 बजे श्रीहरिकोटा से भारत के अपने तीसरे नैविगेशन सेटेलाइट आइआरएनएसएस-1 सी के प्रक्षेपण की 67 घंटे की उल्टी गिनती शुरू की.
इसरो की वेबसाइट पर कहा गया कि सेटेलाइट 16 अक्तूबर को पीएसएलवी के एक्सल वजर्न के जरिये प्रक्षेपित किया जायेगा. इस लांच पैड पर मौसम का असर नहीं होता. भारी बारिश के बीच 22 अक्तूबर, 2008 को ‘चंद्रयान’ और पांच नवंबर, 2013 को ‘मंगलयान’ का प्रक्षेपण भी इसी पैड से हुआ था.