थरुर का प्रवक्ता पद मोदी की वजह से नहीं गया
नयी दिल्ली : कांग्रेस ने अपने नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरुर को प्रवत्ता पद से हटा दिया है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता सुब्रह्मणयम स्वामी ने कहा कि कांग्रेस की ओर दी जा रही सफाई बिलकुल शर्मनाक है. थरुर को सुनंदा पुष्कर मामले में एसआइटी जांच की वजह से हटाया गया […]
नयी दिल्ली : कांग्रेस ने अपने नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरुर को प्रवत्ता पद से हटा दिया है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता सुब्रह्मणयम स्वामी ने कहा कि कांग्रेस की ओर दी जा रही सफाई बिलकुल शर्मनाक है. थरुर को सुनंदा पुष्कर मामले में एसआइटी जांच की वजह से हटाया गया है.
स्वामी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि थरुर को प्रवक्ता पद से हटाया गया इसकी वजह उनके द्वारा मोदी की तारीफ करना नहीं है. इसकी असली वजह सुनंदा पुष्कर मामले में एसआइटी की जांच है. कांग्रेस मामले को भटकाने में लगी हुई है. जो अफसोस जनक है.
गौरतलब है कि थरुर के द्वारा मोदी की प्रशंसा किये जाने के बाद उनपर यह कार्रवाई की गई है. केरल कांग्रेस ने कहा है कि थरुर के बयान से केरल में कांग्रेस कार्यकर्ता आहत हुए हैं जिन्होंने तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से थरुर की जीत के लिए ईमानदारी और परिश्रम के साथ काम किया था. भाजपा ने इस प्रकरण को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कांग्रेस को अच्छी बात हजम नहीं होती है.
वहीं सुनंदा पुष्कर की रहस्यमय मौत के मामले में कांग्रेस सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की मुश्किलें उनकी ही पार्टी कांग्रेस ने बढ़ा दी है. कांग्रेस की केरल इकाई ने सुनंदा पुष्कर की मौत मामले की नये सिरे से जांच की मांग की है. यह मांग गुरुवार को सुनंदा के मौत के मामले में मीडिया में हुए नये खुलासे के बाद की गयी है. विसरा रिपोर्ट के हवाले से उस खुलासे में बताया गया कि सुनंदा की मौत जहर के कारण हुई थी. विसरा रिपोर्ट में कहा गया है कि पुष्कर की मौत के समय बिल्कुल स्वस्थ थीं और उन्हें हृदय, फेफड़े, किडनी या लीवर की कोई बीमारी नहीं थी. उनकी मौत जहर के कारण हुई थी.