नयी दिल्ली : हुदहुद तूफान के बाद आंध्रप्रदेश में जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. लोगों का जीवन धीरे-धीरे पटरी पर आ रहा है. हुदहुद के बाद आंध्रप्रदेश के कुछ इलाकों में लोग आम जरुरत की चीजों के लिए जूझते दिख रहे हैं. प्रदेश के विजाग में लोग सुबह से ही पेट्रोल पंप में कतार लगा कर अपने वाहन में ईंधन डलवाते दिखे.
ईंधन की कमी के कारण राज्य के कई इलाकों में पेट्रोल के दाम अपने वास्तविक मूल्य से ज्यादा में बिक रहे हैं. यही नहीं जीवन के लिए सबसे महत्वपूर्ण माने जाने वाली चीज पानी के लिए लोग तरस रहे हैं. यहां 10 लीटर पानी का मूल्य 2500 रुपये तक वसूले जा रहे हैं.
ट्विटर पर लोग अपने अनुभव शेयर कर रहे हैं. यहां कोल्ड डिंक से ज्यादा पानी की मांग हो रही है. राज्य में बारिश जारी है. विशाखपत्तनम में तूफान की तबाही का नजारा साफ तौर पर देखा जा रहा है. नारियल के पेड़ जड़ सहित उखड़कर सड़क पर पड़ें हैं जिन्हें हटाने का काम जारी है. राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री राहत कोश से लोगों को सहयता देने का काम जारी है.
वहीं ओडिशा में लोग अपने घर लौटने लगे हैं. यहां तूफान का असर लगभग खत्म हो गया है. यहां करीब 80 हजार घर तबाह हो गये हैं.
चक्रवाती तूफान ‘हुदहुद’ ने आंध्र प्रदेश और ओड़िशा के पूर्वी तटीय इलाकों में जमकर कहर बरपाने के बाद करीब 50 किमी/घंटा की रफ्तार से सोमवार तड़के छत्तीसगढ़ की ओर रुख किया. स प्राकृतिक आपदा में मृतकों की संख्या बढ़कर 24 हो गयी है. हालांकि, केंद्र ने यह संख्या 17 ही बतायी है.