लखनऊः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ( आरएसएस) की दो दिवसीय बैठक लखनऊ में शुरू हो गयी है.. इस बैठक में शामिल होने के लिए भजपा अध्यक्ष अमित शाह लखनऊ पहुंचे हैं. बैठक में कई गंभीर मुद्दों पर चर्चा होगी इसके अलावा संघ में ज्यादा से ज्यादा लोगों को कैसे जोड़ा जाए इस पर भी विचार किया जायेगा.
हालांकि आऱएसएस की बैठक शुरू होने से पहले ही विवाद शुरू हो चुका है. आरएसएस के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने अपने बयान से एक बार फिर विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने अल्पसंख्यक शब्द की बार- बार चर्चा पर निराशा जताते हुए कहा कि भारत में कोई अल्पसंख्यक नहीं है सभी हिंदू है.
वैद्य के इस बयान से एक बार फिर विवाद शुरू हो गया है. उन्होंने अपने बयान को स्पष्ट करते हुए कहा कि आरएसएस यह बात पहले से ही कहता आया है. हमारा संगठन कभी भी धर्म या जाति के कोई आकड़े नहीं रखता और ना ही किसी को अल्पसंख्यक मानता है. इस देश में रहने वाले सभी लोग हिंदू हैं.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने गुरुवार को कहा कि जिस अल्पसंख्यक शब्द की चर्चा बार-बार की जाती है, वे भी संघ की शाखाओं में आते हैं और देशसेवा का व्रत लेते हैं. उन्होंने साफतौर पर कहा कि भारत में कोई भी व्यक्ति अल्पसंख्यक नहीं है, हर व्यक्ति हिंदू है.
उन्होंने संघ की बढ़ती लोकप्रियता और लोगों के बढ़ते जुड़ाव की चर्चा करते हुए बताया कि 2012 में हमसे हर महीने एक हजार लोग जुड़ रहे थे यह आकड़ा 2013 में 13 हजार के आकड़े को भी पार कर गया है. गौर करने वाली बात यह है कि 2014 में यह आकड़ा और बढ़ गया है इसमें लगातार बढोत्तरी देखी जा रही है.
दो दिनों तक होने वाली बैठक की जानकारी देते हुए वैद्य ने कहा आरएसएस की कार्यकारी मंडल की बैठक में देशभर में काम कर रहे 33 संगठनों के कार्य कर रहे 390 स्वयंसेवक हिस्सा लेने के लिए लखनऊ आए हैं. इनके अनुभवों के आधार पर आगामी कार्य योजना बनाई जाएगी. गौरतलब है कि आरएसएस साल में दो बार इस तरह के बैठक का आयोजन करता है.