पाक का कोना-कोना ”निर्भय” की जद में
नयी दिल्लीः स्वदेश में विकसित परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम क्रूज मिसाइल ‘निर्भय’ का ओडिशा के तट पर एक ठिकाने से प्रायोगिक परीक्षण किया गया. लंबी दूरी तक मार करने वाली सब-सोनिक क्रूज मिसाइल ‘निर्भय’ का सफल परीक्षण हुआ. इस मिशाइल को डीआरडीओ ने बनाया है. लंबी दूरी तक मार करने वाली इस मिशाइल […]
नयी दिल्लीः स्वदेश में विकसित परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम क्रूज मिसाइल ‘निर्भय’ का ओडिशा के तट पर एक ठिकाने से प्रायोगिक परीक्षण किया गया. लंबी दूरी तक मार करने वाली सब-सोनिक क्रूज मिसाइल ‘निर्भय’ का सफल परीक्षण हुआ.
इस मिशाइल को डीआरडीओ ने बनाया है. लंबी दूरी तक मार करने वाली इस मिशाइल को आम मिशाइल की तरह की लॉन्च किया जाता है. इसके लिए कोई खास तकनीक या सुविधा विकसित नहीं की गयी है. लेकिन अन्य साधारण मिशाइल की तुलना में इसकी मारक क्षमता दूर तक है. लंबी दूरी तक मार करने के लिए इस मिशाइल को खास तरीके से डिजाइन किया गया है.
लॉन्च करने के बाद इस मिलाइल के विंग्स खुल जाते है और यह हवा का इस्तेमाल अपनी गति बढ़ाने के लिए करता है. इसकी खासियत है कि यह सबसे कम ऊंचाई पर आसानी से उड़ सकता है. इस क्षमता के कारण यह दुश्मनों के राडार में नहीं आता और उनकी नजर से भी बच जाता है टारगेट तक पहुंचने के बाद ये उसके इर्द-गिर्द चक्कर लगा सकता है और सटीक मौके पर मार कर सकता है.
इसकी मारक क्षमता 1,000 किलोमीटर की दूरी है. डीआरडीओ प्रमुख अविनाश चंद्र ने इस मिशाइल की जानकारी देते हुए इसकी कई खासियत को उजागर किया, निर्भय मिसाइल हवा, जमीन और पोतों से दागी जा सकेगी. हालांकि इसके हवाई संस्करण पर अभी भी काम चल रहा है. एसयू-30 एमकेआई जैसे लड़ाकू विमानों से दागा जा सकेगा.
* वैज्ञानिकों को पीएम की बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में विकसित परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम निर्भय मिसाइल के सफल परीक्षण पर वैज्ञानिकों को बधाई दी. कहा कि इससे देश की रक्षा क्षमताओं को काफी बढ़ावा मिलेगा.
* ब्रह्मोस से अलग
भारत और रूस के संयुक्त उद्यम से बनी 290 किमी तक मार करनेवाली सुपरसोनिक क्रूज ब्रह्मोस से अलग है निर्भय मिसाइल. इसे बेंगलुरु में डीआरडीओ की यूनिट एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट इस्टैब्लिशमेंट (एडीइ) ने विकसित किया है. इसे वायु सेना के अग्रिम मोरचे के लड़ाकू विमान सुखोई-30 एमकेआइ से दागा जा सकेगा.
* कोई नहीं रोक सकता
एक निर्धारित ऊंचाई तक पहुंचने के बाद इसके विंग्स खुल जाते हैं. यह विमान की तरह काम करने लगती है. ग्राउंड स्टेशन से नियंत्रित निर्भय कम ऊंचाई पर उड़ सकती है, जिससे दुश्मनों के रडार में नहीं दिखती. टारगेट के ईद-गिर्द चक्कर लगा कर सटीक मौके पर हमला कर सकती है. इसमें फायर एंड फॉरगेट सिस्टम लगा है, जिसे जाम नहीं किया जा सकता.
– निर्भय मिसाइल हवा, जमीन और पोतों से दागी जा सकेगी. सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह दुश्मन के वायु रक्षा प्रणाली को आसानी से चकमा दे सकती है.
अविनाश चंद्र, डीआरडीओ प्रमुख