नयी दिल्ली : तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता चेन्नई पहुंच गईं हैं. विशेष अदालत की रिहाई के आदेश के बाद जयललिता बेंगलूर सेंट्रल जेल के बाहर निकलीं जहांउनका जोरदार स्वागत किया गया. 20 दिनों से जेल में बंद एआइडीएमके प्रमुख को लेने खुद तमिलनाडु के सीएम ओ पनीरसेल्वम गेट पर मौजूद थे. एक महिला समर्थक ने कहा कि हमलोग ‘अम्मा’ के जेल से बाहर आने पर काफी खुश हैं. आज तमिलनाडु में दीवाली मनेगी.
जयललिता के समर्थक उनके घर के सामने ढ़ोल नगाड़ों के साथ मौजूद हैं. विधायक वीपी कलाइराजन ने कहा आज हमारे लिए दीवाली के जैसा है.विशेष अदालत के न्यायाधीश जॉन माइकल डी कुन्हा द्वारा रिहाई के आदेश जारी करने के बाद जयललिता परपन्ना अग्रहरा केंद्रीय जेल से बाहर निकल आईं. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेलवम, कई मंत्री, सांसद और विधायक जेल के नजदीक उनके बाहर निकलने का इंतजार कर रहे थे. जेल से निकलने के बाद वह एचएएल हवाई अड्डा पहुंचीं जहां से वह विशेष विमान से चेन्नई के लिए रवाना हो गईं. जयललिता को उच्चतम न्यायालय से कल उस समय राहत मिली जब उन्हें सशर्त जमानत मिल गई और बेंगलूर की निचली अदालत द्वारा आय से अधिक संपत्ति मामले में उनके चार वर्ष कारावास की सजा को निलंबित कर दिया गया.
इससे पहले जयललिता के लिए दो करोड रुपये की जमानत राशि और संपत्ति पर एक करोड रुपये से ज्यादा का मुचलका भरने के बाद विशेष अदालत ने रिहाई के आदेश जारी किए. उनके वकीलों ने उच्चतम न्यायालय के आदेश की प्रति भी पेश की. जयललिता की निकट सहयोगी शशिकला और उनके रिश्तेदार सुधाकरन और इलावरासी ने भी इसी तरह की शर्त पूरी की जिसके बाद उन्हें भी जेल से रिहा कर दिया गया.
जयललिता के फोटो और हाथों में फूल लिए हुए अन्नाद्रमुक समर्थकों ने जेल से बाहर उनके काफिले के गुजरने के बाद उत्सव मनाया. अन्नाद्रमुक समर्थकों के बडी संख्या में आने के अनुमान के तहत जेल के आसपास सिटी आम्र्ड रिजर्व सहित सैकडों पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे और अधिकारियों ने निषेधाज्ञा लागू की थी.
अन्नाद्रमुक प्रमुख के ‘‘जेड’’ प्लस सुरक्षा को देखते हुए पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों के निरीक्षण में सुरक्षा बढा दी और जेल परिसर के आसपास के इलाकों में बैरीकेडिंग कर दी और जेल की तरफ जाने वाले रास्ते को एक किलोमीटर दूर ही जाम कर दिया. पनीरसेलवम और उनका काफिला आज सुबह ही बेंगलूर पहुंच गया था.
कर्नाटक-तमिलनाडु सीमा पर होसुर में पुलिस और सिटी आम्र्ड रिजर्व ने कडी निगरानी बनाए रखी और पडोसी राज्य से शहर में आने वाले वाहनों को नियंत्रित किया. जेल होसुर प्वाइंट से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. अन्नाद्रमुक समर्थकों का समूह होसुर में इकट्ठा हुआ और नेता की प्रशंसा में नारेबाजी की. कर्नाटक उच्च न्यायालय से राहत नहीं मिलने के बाद जयललिता एवं तीन अन्य ने उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया.