हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम चौंकाने वाले आ रहे हैं. एक ओर चुनाव परिणाम के रुझान भाजपा को जश्न मानने का मौका दे रहे हैं, तो दूसरी ओर सबसे बड़ा झटका इंडियन नेशनल लोकदल को लगा है जिसके लगभग सभी दिग्गज नेता पीछे चल रहे हैं.
नैना चौटाला, अभय चौटाला और दुष्यंत चौटाला अपनी-अपनी सीट पर पीछे चल रहे हैं. चौटाला परिवार की महिला उम्मीदवार नैना चौटाला भी कोई करिश्मा नहीं कर सकी हैं. उन्हें डबवाली से चुनावी मैदान में उतारा गया था.
इस विधानसभा चुनाव को ओमप्रकाश चौटाला ने अपनी प्रतिष्ठा का विषय बना लिया था, लेकिन शिक्षक भरती घोटाला में जेल जाने के कारण उनकी प्रतिष्ठा काफी धूमिल हुई. चुनाव में प्रचार के लिए ओम प्रकाश चौटाला ने स्वास्थ्य को आधार बनाकर जमानत भी ले ली थी और प्रचार में रम गये थे, हालांकि बाद में उनकी जमानत रद्द कर दी गयी और उन्हें जेल जाना पड़ा.
आत्मसमर्पण से पहले ओमप्रकाश चौटाला ने नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि चौटाला के प्रयासों का कोई फायदा नहीं हुआ.नरेंद्र मोदी ने जिस तरह हरियाणा में चुनाव प्रचार के दौरान लोगों से बातचीत की और उनसे अपना संपर्क जोड़ा वह काम कर गया और भाजपा चार सीट से 47 सीट पर बढ़त तक पहुंच गयी है. यह भाजपा को मिली अभूतपूर्व बढ़त है. यह बढ़त पूर्णबहुमत के आंकड़े को पार कर गयी है.