दिल्ली के धौलाकुआं क्षेत्र में वर्ष 2010 में हुआ गैंगरेप का मामला राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हुआ था, आज इस गैंगरेप के पांचों दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनायी गयी.
घटना कुछ यूं है कि एक 30 वर्षीय युवती रात को अपने ऑफिस से घर जा रही थी, तभी दोषियों ने उसे अगवा किया और उसके साथ गैंगरेप किया. इस घटना के प्रकाश में आने के बाद दिल्ली सहित पूरा देश हिल गया था.
गैंगरेप की घटनाएं हमारे देश में आम हैं, हालांकि रेप जैसे अपराध को रोकने के लिए देश में कई कठोर कानून बनाये गये हैं, बावजूद इसके रेप और गैंगरेप की घटनाएं होती रहती हैं. कुछ ऐसे ही घटनाएं हम आपके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था :-
दिल्ली गैंगरेप : वर्ष 2012 में चलती बस में एक लड़की के साथ कुछ लोगों ने गैंगरेप किया था. रात के वक्त उक्त युवती अपने दोस्त के साथ वापस लौट रही थी. इस मामले में एक नाबालिग भी आरोपी है और उसे जुवाइनल कोर्ट ने चार साल की सजा सुनायी है. एक आरोपी राम सिंह ने जेल में आत्महत्या कर ली थी. शेष चार आरोपियों को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनायी है.
हालांकि अभी मामला कोर्ट में विचाराधीन है. यह कांड राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हुआ था. दोषियों ने पीडि़ता के साथ हैवानों जैसा आचरण किया था और उसके शरीर में रॉड घुसा कर उसके अंदरुनी चोट पहुंचाई थी. इस केस के बाद सरकार ने जस्टिस वर्मा के नेतृत्व में एक नयी कमेटी का गठन किया था, जिसने बलात्कार के खिलाफ और सख्त कानून बनाये हैं.
मथुरा बलात्कार कांड : यह घटना महाराष्ट्र के चंदरपुर की है, जहां एक 14 साल की आदिवासी किशोरी के साथ थाने में दो पुलिसवालों ने बलात्कार किया था. जब मामला कोर्ट तक पहुंचा तो यह साबित कर दिया गया था कि मथुरा को शारीरिक संबंधों की आदत है और उसकी इच्छा से ही शारीरिक संबंध बनाये गये थे. इस आधार पर दोषी कोर्ट से छूट गये थे. लेकिन यह मामला बहुत बढ़ा और महिला संगठनों ने अंतत: अपनी आवाज बुलंद की और मथुरा को न्याय दिलाया. मथुरा बलात्कार कांड के बाद देश में रेप के खिलाफ कानूनों में भी बदलाव किये गये थे.
अरुणा शानबाग बलात्कार कांड : मुंबई के अस्पताल में हुआ यह बलात्कार कांड आज भी चर्चा में है, क्योंकि पीडि़ता के लिए इच्छा मृत्यु की मांग की गयी है. वर्ष 1973 में यह कांड हुआ था. अस्पताल के वार्ड ब्वॉय ने अरुणा के गले में जंजीर बांधकर घटना को अंजाम दिया था, जिसके कारण वह कोमा में चली गयी और आज भी कोमा में है. आरोपी सोहनलाल को सात की सजा हुई थी.
अंजना मिश्रा बलात्कार कांड : वर्ष 1999 में ओडिशा के भुवनेश्वर में हुआ यह कांड इसलिए भी काफी चर्चित हुआ था, क्योंकि यह हाई प्रोफाइल लोगों से जुड़ा था. अंजना मिश्रा इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के एक अधिकारी की पत्नी थी और उन्होंने यह आरोप लगाया था कि तत्कालीन मुख्यमंत्री जेबी पटनायक और उनके मित्र ने उनका रेप करवाया था. इस आरोप के बाद पार्टी की छवि को ठेस पहुंची और मुख्यमंत्री को पद छोड़ना पड़ा था.आरोपियों में से दो को उम्रकैद की सजा सुनायी गयी