छह से नौ नवंबर तक होगा विश्व आयुर्वेद सम्मेलन, 4000 प्रतिनिधि होंगे शामिल

नयी दिल्ली : राजधानी में छह से नौ नवंबर तक होने वाले विश्व आयुर्वेद सम्मेलन में विभिन्न देशों और भारत के कई राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के अलावा 4000 प्रतिनिधि भाग लेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे. स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि चिकित्सा जगत में आयुर्वेद को उसका ‘प्रतिष्ठित स्थान’ दिलाना मोदी सरकार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 20, 2014 7:11 PM
नयी दिल्ली : राजधानी में छह से नौ नवंबर तक होने वाले विश्व आयुर्वेद सम्मेलन में विभिन्न देशों और भारत के कई राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के अलावा 4000 प्रतिनिधि भाग लेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे.
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि चिकित्सा जगत में आयुर्वेद को उसका ‘प्रतिष्ठित स्थान’ दिलाना मोदी सरकार का सपना है और उनका मंत्रलय भारतीय चिकित्सा के लिए अलग से नियामक संस्था बनाएगा. होम्योपैथी के अलावा भारतीय चिकित्सा पद्धतियां आयुष विभाग के अंतर्गत आती हैं.
उन्होंने कहा कि दिल्ली के जसोला में शुरू होने वाले अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआइआइए) में शैक्षिक सत्र 2015-16 के दौरान परा स्नातक छात्रों के प्रथम बैच का दाखिला होगा. इसमें 200 बिस्तरों वाला सात मंजिला रेफरल अस्पताल होगा, जिसमें छह महीने के अंदर मरीजों की भर्ती शुरू हो जायेगी.
उन्होंने कहा कि एम्स की तर्ज पर एआइआइए विभिन्न शहरों में बनेगा. इसके साथ ही विभिन्न शहरों में बन रहे नये एम्स में एक आयुष विभाग होगा, जिससे समग्र चिकित्सा की अवधारणा को विकसित किया जा सके.
हर्षवर्धन ने बताया कि आरोग्य प्रदर्शनी के दौरान होने वाले स्वास्थ्य मेले में आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध एवं होम्योपैथी को शामिल किया जायेगा. इसमें 500 फार्मा कंपनियों के उत्पादों को प्रदर्शित किया जायेगा तथा परामर्श एवं दवाएं नि:शुल्क प्रदान की जायेंगी. कार्यक्रम के लिए 26 देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों को आमंत्रित किया गया है.

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