मुंबईः महाराष्ट्र और हरियाणा में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर सामने आयी है. दोनों ही राज्यों में पार्टी ने सरकार बनाने की कवायद शुरू कर दी है. हरियाणा में भाजपा को स्पष्ट बहुमत है लेकिन महाराष्ट्र पर रार जारी है. एक तरफ एनसीपी ने बिना शर्त समर्थन देने की बात की, तो दूसरी तरफ एनसीपी नेता अजित पवार ने शिवसेना की मंशा पर सवाल खड़ा कर दिया. पवार ने कहा, कांग्रेस के नेताओं ने शिवसेना को समर्थन देने का प्रस्ताव रखा था. लेकिन एनसीपी ने इस पेशकश को ठुकरा दिया.
इस खुलासे के बाद महाराष्ट्र की राजनीति ने एक नया मोड़ ले लिया है. महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन होगा पार्टी किसके साथ गंठबंधन करके सरकार बनायी इसके लिए विस्तार से चर्चा होगी. इस बीच पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए राजनाथ सिंह और जेपी नड्डा का मुंबई दौरा भी टल गया है. अब दोनों मंगलवार को मुंबई आयेंगे और इन बातों पर चर्चा करेंगे. विधायकों की राय के बाद कल सीएम का नाम तय किया जाएगा. एनसीपी के इस नये खुलासे का असर शिवसेना और भाजपा के भविष्य में जुड़ने वाले रिश्ते पर कितना पड़ेगा यह तो वक्त के साथ ही साफ होगा लेकिन भाजपा के अंदर के सूत्रों की मानें तो पार्टी निर्दलियों के समर्थन पर भी विचार कर रही है.