द्रौपदी मुर्मू ने भारत के 15वें राष्ट्रपति पद की शपथ ली, 21 तोपों की सलामी, PM Modi समेत ये रहे उपस्थित
द्रौपदी मुर्मू 25 जुलाई को शपथ लेने वाली देश की 10वीं राष्ट्रपति होंगी. रिकॉर्ड दर्शाते हैं कि वर्ष 1977 से लगातार राष्ट्रपतियों ने इस तिथि (25 जुलाई) को शपथ ग्रहण की है. भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी 1950 को शपथ ली थी. 1952 में उन्होंने पहला राष्ट्रपति चुनाव जीता.
नई दिल्ली : झारखंड की पहली महिला राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार की सुबह 10.15 बजे 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण कर लिया है. भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) एनवी रमण ने द्रौपदी मुर्मू को भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण के बाद 21 तोपों की सलामी दी गई.
पीएम मोदी समेत ये नेता रहे मौजूद
उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, मंत्रिपरिषद के सदस्य, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, राजनयिक मिशनों के प्रमुख, संसद सदस्य और सरकार के प्रमुख असैन्य एवं सैन्य अधिकारी समारोह में मौजूद रहे. संसद के केन्द्रीय कक्ष में समारोह के समापन पर राष्ट्रपति, ‘राष्ट्रपति भवन’ के लिए रवाना हुईं, जहां उन्हें एक ‘इंटर-सर्विस गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया.
बता दें कि द्रौपदी मुर्मू (64) ने गुरुवार को विपक्षी दलों के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराकर इतिहास रच दिया. मुर्मू ने निर्वाचक मंडल सहित सांसदों और विधायकों के 64 प्रतिशत से अधिक वैध वोट प्राप्त किए और भारी मतों के अंतर से चुनाव जीता. वह देश की 15वीं राष्ट्रपति बनेंगी.
संजीव रेड्डी के बाद से 25 जुलाई को ही शपथ लेते आ रहे हैं राष्ट्रपति
द्रौपदी मुर्मू 25 जुलाई को शपथ लेने वाली देश की 10वीं राष्ट्रपति हैं. रिकॉर्ड दर्शाते हैं कि वर्ष 1977 से लगातार राष्ट्रपतियों ने इस तिथि (25 जुलाई) को शपथ ग्रहण की है. भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी 1950 को शपथ ली थी. 1952 में उन्होंने पहला राष्ट्रपति चुनाव जीता. राजेंद्र प्रसाद ने दूसरा राष्ट्रपति चुनाव भी जीता और मई 1962 तक इस पद पर रहे. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने 13 मई, 1962 को राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली और वह 13 मई, 1967 तक इस पद पर रहे. दो राष्ट्रपति (जाकिर हुसैन और फखरुद्दीन अली अहमद) अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके, क्योंकि उनका निधन हो गया था. भारत के छठे राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने 25 जुलाई 1977 को शपथ ली. तब से 25 जुलाई को ज्ञानी जैल सिंह, आर. वेंकटरमण, शंकर दयाल शर्मा, के.आर. नारायणन, ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, प्रतिभा पाटिल, प्रणब मुखर्जी और रामनाथ कोविंद ने इसी तिथि को राष्ट्रपति पद की शपथ ली.
ट्रैफिक पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
भारत की नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह के कारण सोमवार को लुटियंस दिल्ली में वाहनों की आवाजाही प्रभावित होने की संभावना है. दिल्ली यातायात पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने कहा कि यातायात के सुचारू संचालन के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं. भारत की 15वीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का शपथ ग्रहण समारोह 25 जुलाई को यहां संसद भवन के सेंट्रल हॉल में होगा. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यात्रियों को सोमवार सुबह 9 बजे से दोपहर तक कौटिल्य मार्ग, तीन मूर्ति मार्ग, तीन मूर्ति गोल चक्कर, अकबर रोड, गोल मेठी गोल चक्कर, कृष्णा मेनन मार्ग, विजय चौक, के. कामराज मार्ग की ओर जाने से बचने की सलाह दी है.
सरकारी कार्यालय आंशिक रूप से बंद
इसके अलावा सुनहरी मस्जिद गोल चक्कर, रफी मार्ग, रेल भवन गोल चक्कर, संसद मार्ग, इम्तियाज खान मार्ग, गुरुद्वारा रकाबगंज रोड, पटेल चौक गोल चक्कर, रायसीना रोड, डॉ. राजेंद्र प्रसाद रोड, मौलाना आजाद रोड और मोतीलाल नेहरू मार्ग भी बंद रहेंगे. कार्मिक मंत्रालय ने शुक्रवार को कुछ सरकारी कार्यालयों को भी आंशिक रूप से बंद करने का निर्देश दिया. उस दौरान नए संसद भवन का निर्माण कार्य भी रोक दिया जाएगा.
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दोपहर दो बजे तक इमारतें बंद
आदेश के अनुसार सुरक्षा जांच के लिए सुबह छह बजे तक कुल 30 कार्यालयों को खाली करना आवश्यक है. यह कवायद समारोह समाप्त होने तक जारी रहेगी. आदेश के अनुसार, जिन इमारतों को खाली कराया जाएगा, उनमें साउथ ब्लॉक, नॉर्थ ब्लॉक, रेल भवन, कृषि भवन, शास्त्री भवन, संचार भवन, प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) बिल्डिंग, सेना भवन, वायु भवन, उद्योग भवन और निर्माण भवन शामिल हैं. आदेश में कहा गया है कि ये इमारतें सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे तक बंद रहेंगी.