सरकार के बुलावे पर केदारनाथ पहुंचे बाबा रामदेव
हरिद्वार: उत्तराखंड की कांग्रेस सरकार के बुलावे पर योगगुरु बाबा रामदेव ने आज केदारनाथ मंदिर पहुंचकर भोले बाबा के दर्शन किये और उनकी पूजा अर्चना की. अपने सहयोगी बालकृष्ण और कुछ संतों के साथ प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये हेलीकाप्टरों से केदारधाम यात्रा करके लौटने के बाद बाबा रामदेव ने कहा कि प्रदेश और […]
हरिद्वार: उत्तराखंड की कांग्रेस सरकार के बुलावे पर योगगुरु बाबा रामदेव ने आज केदारनाथ मंदिर पहुंचकर भोले बाबा के दर्शन किये और उनकी पूजा अर्चना की.
अपने सहयोगी बालकृष्ण और कुछ संतों के साथ प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये हेलीकाप्टरों से केदारधाम यात्रा करके लौटने के बाद बाबा रामदेव ने कहा कि प्रदेश और देशहित में वह सभी के साथ मिलजुलकर काम करेंगे.
उन्होंने कहा कि वह राज्य की कांग्रेस सरकार के बुलावे पर केदारधाम की व्यवस्थायें देखने गये थे. रामदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री रावत ने बाबा (भगवान शिव) के धाम जाने के लिये उनको (रामदेव) को बुलाया. उन्होंने कहा कि उन्होंने हाथ बढाया तो हमने भी साथ दिया.
योगगुरु ने कहा, ‘दीवाली के शुभ अवसर पर उन्होंने (कांग्रेस ने) शुभकदम बढाया तो हमने भी अपने कदम मिलाकर प्रदेश और देशहित में सरकार के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया.’ बाबा रामदेव ने कहा हिंदुस्तान से बढकर दुनिया में कोई देश खूबसूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि वह उत्तराखंड सरकार के साथ ही केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी बात करेंगे और उत्तराखंड के पर्यटन को नया आयाम देने के लिये काम किया जायेगा और मिलकर देवभूमि को और दिव्य बनाया जायेगा.
योगगुरु ने कहा, ‘अगर मोदी प्रधानमंत्री न होते तो मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि वह मेरे जैसे फक्कड साधु होते. मोदी तो पहले से ही धार्मिक स्थलों के पुनरुद्धार के लिये कार्यरत हैं. उत्तराखंड के तीर्थस्थल और हिमालय उन्हें हमेशा से ही प्रिय रहे हैं.’ कांग्रेस से बढते मोह के संबंध में पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या वह हरीश रावत की तरह सोनिया और राहुल का बढा हाथ भी स्वीकार कर लेंगे, तो उन्होंने सीधा जबाव न देते हुए कहा कि चुनाव के बाद जरुरी हो जाता है कि पक्ष विपक्ष छोडकर निष्पक्ष हो जाया जाये.
उन्होंने कहा, ‘मोदी भाजपा के नहीं बल्कि सवा सौ करोड जनता के प्रधानमंत्री हैं और ऐसे ही हरीश रावत कांग्रेस के नहीं बल्कि पूरे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री है.’ योगगुरु ने उत्तराखंड आने वाले तीर्थयात्रियों के लिये भयमुक्त यात्रा का वातावरण बनाये जाने आह्वान किया.
बाबा के साथ केदारनाथ यात्रा कर लौटे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के सलाहकार रंजीत सिंह रावत ने कहा कि योगगुरु ने भले ही कांग्रेस के विरोध में स्वर बुलंद किये हों पर उन्होंने उत्तराखंड के विरोध में कभी कोई बात नहीं की.उन्होंने कहा कि उन्हें उत्तराखंड का ‘ब्रांड एम्बेसडकर’ कहा जा सकता है. आचार्य बालकृष्ण ने भी पिछली बातों पर ध्यान न देने की बात कहते हुए इस यात्रा को प्रदेश कांग्रेस सरकार की सकारात्मक पहल बताया.