जारवा’ जनजाति पर गुपचुप तरीके से बनाई डॉक्यूमेंटरी, प्राथमिकी दर्ज
पोर्ट ब्लेयर: अंडमान द्वीपसमूह की संरक्षित आदिम जनजाति ‘जारवा’ पर गुपचुप तरीके से एक डॉक्यूमेंटरी बनाने के मामले में फ्रांस के दो फिल्मकारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. दोनों फिल्मकारों के खिलाफ संरक्षित ‘जारवा’ जनजाति रिजर्व में जबरन दाखिल होने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह की जनजातीय कल्याण […]
पोर्ट ब्लेयर: अंडमान द्वीपसमूह की संरक्षित आदिम जनजाति ‘जारवा’ पर गुपचुप तरीके से एक डॉक्यूमेंटरी बनाने के मामले में फ्रांस के दो फिल्मकारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. दोनों फिल्मकारों के खिलाफ संरक्षित ‘जारवा’ जनजाति रिजर्व में जबरन दाखिल होने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.
अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह की जनजातीय कल्याण सचिव तेवा नीति दास ने आज ‘‘देश का कानून तोडने पर हमने फ्रांसीसी निर्देशक अलेक्सांद्र देराइम्स और निर्माता क्लेयर बीलवर्ट के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. जारवा इलाके में दाखिल होने, उनसे संपर्क करने या कोई फोटो या वीडियो लेने पर पाबंदी है.’’
सचिव ने कहा, ‘‘पुलिस मामले की तफ्तीश कर उनके खिलाफ सबूत इकट्ठा कर रही है. आरोप साबित होने पर उन्हें जुर्माने के अलावा तीन साल तक की जेल की सजा हो सकती है.’’दास ने बताया कि जारवा इलाके में दाखिल होने में फिल्मकारों की मदद करने के आरोप में दो स्थानीय लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
मामला 19 अक्तूबर को दर्ज किया गया जबकि कहा जा रहा है कि यह घटना मार्च-अप्रैल के दौरान हुई थी. यह मामला उस वक्त सामने आया जब अंडमान आदिम जनजाति विकास समिति (एएजेवीएस) ने प्रशासन को इसकी जानकारी दी. दास ने कहा कि उन्होंने फिल्मकारों को पहले ही नोटिस भेज दिया था. दोनों फिल्मकार फ्रांस वापस जा चुके हैं. नोटिस में उनसे कहा गया था कि वे जारवा समुदाय से जुडा कोई भी विजुअल जारी न करें. उन्होंने कहा कि प्रशासन विदेश मंत्रालय से भी अनुरोध करेगा कि वह इस मामले को फ्रांस सरकार के सामने उठाए.