जम्मू : जम्मू-कश्मीर में आई बाढ से निपटने को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे कांग्रेस के मंत्री शामलाल शर्मा ने जम्मू-कश्मीर में चुनाव की घोषणा से पहले उमर अब्दुल्ला के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है. दिहाडी मजदूरों को नियमित करने से जुडी कथित गडबडी को अपने इस्तीफे की वजह बताते हुए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं बाढ नियंत्रण मंत्री ने कल रात जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष सैफुद्दीन सोज से मुलाकात की और उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया.
शर्मा ने बताया, ‘‘मैंने अपना इस्तीफा प्रोफेसर सैफुद्दीन सोज को सौंप दिया है क्योंकि मुख्यमंत्री शहर से बाहर हैं.’’ नेशनल कांफ्रेंस के नेता एवं वित्त मंत्री अब्दुल रहीन राठेर पर राज्य के दिहाडी मजदूरों को नियमित करने में गडबडी करने का आरोप लगाते हुए शर्मा ने कहा, ‘‘वित्त मंत्री अब्दुल रहीम राठेर ने जानबूझकर देरी करने वाले तौर-तरीके अपनाए. वर्ष 1994 से समय-समय पर लगाए जाने वाले हजारों अनौपचारिक कर्मचारियों के नियमित करने के लिए मंत्रिमंडल की उपसमिति के प्रमुख भी हैं.’’ शर्मा ने कहा, ‘‘बडी संख्या में अनियमित श्रमिकों को वर्ष 2009 से न्याय नहीं मिल रहा.
मंत्रिमंडल की उपसमिति का गठन सभी वर्गों के कर्मचारियों और मजदूरों की मुश्किलों पर गौर करने के लिए किया गया था.’’ उन्होंने कहा कि ‘जम्मू कार्ड’ खेलने की कोशिश में नेशनल कांफ्रेंस के मंत्री इस कदम को बाधित कर रहे हैं क्योंकि ज्यादा दिहाडी मजदूर जम्मू क्षेत्र से हैं. बहरहाल, नेशनल कांफ्रेंस ने इस आरोप को खारिज करते हुए इसे राज्य के चुनावों से पहले का ‘राजनैतिक करतब’ बताया.
नेशनल कांफ्रेंस के जम्मू प्रांत के अध्यक्ष देविंदर सिंह राणा ने कहा, ‘‘यह एक राजनैतिक करतब है और इस कदम का ज्यादा संबंध कांग्रेस पार्टी की अंदरुनी स्थिति के साथ है.’’ राणा ने संकेत दिए कि शर्मा कांग्रेस छोड सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी संभावना है कि वे कुछ अन्य राजनैतिक महत्वाकांक्षाएं पाल रहे हों.’’ अखनूर के विधायक शर्मा को हाल ही में अपनी ही पार्टी के मंत्री ताज मोहिउद्दीन की आलोचना का सामना करना पडा था. मोहिउद्दीन ने आरोप लगाया था कि बाढ नियंत्रण मंत्री ने कश्मीर घाटी में तल से कीचड त्यादि का काम बंद कर दिया था, जिसके कारण बाढ की स्थिति और खराब हुई.’’ शर्मा ने कहा है कि वह कांग्रेस में ही रहेंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सिर्फ सरकार से इस्तीफा दिया है, कांग्रेस पार्टी से नहीं. मैं कांग्रेस का कार्यकर्ता था और रहूंगा.’’ राठेर टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे. इसी बीच राज्य में कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ता फारुक रेंजू शाह ने अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को यह कहते हुए दे दिया कि शर्मा ने ‘‘बाढ का पूरी तरह कुप्रबंधन किया’’, जिसके कारण श्रीनगर और दक्षिण कश्मीर ‘‘जानते-बूझते हुए’’ डूब गए.