श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में फिलहाल विधानसभा चुनाव न कराने की बातें कहने वाले मुख्यमंत्री ने आज चुनाव आयोग द्वारा राज्य के चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा के बाद कहा कि आगामी चुनाव न लडने का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता और हम पूरी तैयारी के साथ उतरेंगे. उमर ने कहा, नेशनल कांफ्रेंस किसी के राजनीतिक पुनर्वास से पहले बाढ प्रभावित लोगों के पुनर्वास को लेकर गंभीर है, जबकि चुनाव आयोग ने अलग तरह से सोचा.
उन्होंने कहा, अब जब चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है तो आगामी चुनाव न लडने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता. हम पूरी तैयारी के साथ उतरेंगे. उमर ने कहा कि उनकी पार्टी ‘पीडीपी’ जैसी पार्टियों की पोल खोलने का काम करेगी जिसने बाढ के बाद लोगों की तकलीफों को भुनाने को अपना मिशन बना लिया है. चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर में पांच चरणों में चुनाव कराने का ऐलान किया है.
पहले चरण का चुनाव 25 नवंबर को होगा. उमर ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा, जम्मू-कश्मीर में चुनावों की घोषणा से मुख्यमंत्री के तौर पर मेरा पहला कार्यकाल संपन्न हो रहा है क्योंकि आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है. अपने राज्य के लोगों के लिए काम करना मेरे लिए सम्मान एवं सौभाग्य की बात रही है. इस कार्यकाल के जरिए मैंने जम्मू-कश्मीर के लोगों की सेवा करने में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जनादेश ही एक ऐसी चीज है जो मायने रखती है, बाकी सब शोर-शराबा है.