सोनिया, राहुल, आडवाणी, सुषमा, मुलायम सहित कई वरिष्ठ सांसदों ने अभी तक नहीं दिया संपत्ति का ब्यौरा
नयी दिल्ली : वर्तमान लोकसभा के करीब तीन चौथाई सदस्यों ने लोकसभा सचिवालय में अपनी संपत्ति और देनदारी का ब्यौरा अभी तक जमा नहीं किया है. इन सदस्यों में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, उमा भारती, नितिन गडकरी और […]
नयी दिल्ली : वर्तमान लोकसभा के करीब तीन चौथाई सदस्यों ने लोकसभा सचिवालय में अपनी संपत्ति और देनदारी का ब्यौरा अभी तक जमा नहीं किया है.
इन सदस्यों में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, उमा भारती, नितिन गडकरी और सपा के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव शामिल हैं.नियम के अनुसार सदन की सदस्यता की शपथ लेने के 90 दिनों के भीतर ऐसा किया जाना जरूरी है.
सूचना का अधिकार (आरटीआई ) कानून के तहत लोकसभा सचिवालय ने बताया कि वर्तमान लोकसभा के 401 सदस्यों की संपत्ति और देनदारी के ब्यौरे की प्रतीक्षा की जा रही है. इसे लोकसभा सदस्य संपत्ति और देनदारी की घोषणा नियम 2004 के तहत सदस्यों को सदन की सदस्यता की शपथ लेने के 90 दिनों के भीतर पेश करना होता है.
आरटीआई से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 90 दिनों के भीतर अपनी संपत्ति और देनदारी का ब्यौरा नहीं जमा करने वालों में भाजपा के 209 सदस्य, कांग्रेस के 31, तृणमूल कांग्रेस के 27, बीजू जनता दल के 18, शिवसेना के 15, तेलगू देशम पार्टी के 14, अन्नाद्रमुक के नौ और तेलंगाना राष्ट्र समिति के आठ सदस्य शामिल हैं.
इस सूची में वाईएसआर कांग्रेस के सात, लोक जनशक्ति पार्टी के छह, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, प्रत्येक के चार चार, अकाली दल, राष्ट्रीय जनता दल और आम आदमी पार्टी प्रत्येक के तीन तीन, जदयू और अपना दल प्रत्येक के दो दो सदस्यों के नाम हैं.
लोकसभा सचिवालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सदन की सदस्यता की शपथ लेने के 90 दिनों के भीतर अपनी संपत्ति और देनदारी का ब्यौरा नहीं जमा करने वालों में डॉ हर्षवर्द्धन, राधा मोहन सिंह, अनंत गीते, अनंत कुमार, रामविलास पासवास, कैप्टन अमरिंदर सिंह, वीरप्पा मोइली, महबूबा मुफ्ती, उपेंद्र कुशवाहा, किरण रिजिजु और सुप्रिया सुले शामिल हैं.
हिसार स्थित आरटीआई कार्यकर्ता रमेश वर्मा ने लोकसभा सचिवालय से ऐसे सदस्यों की सूची मांगी थी जिन्होंने नियमों के तहत 90 दिनों की समयसीमा के भीतर संपत्ति एवं देनदारी का ब्यौरा नहीं दिया है.
लोकसभा सचिवालय ने बताया कि संपत्ति और देनदारी का ब्यौरा नहीं पेश करने वाले इन सदस्यों को ऐसा करने के लिए 26 सितंबर तक कोई संवाद नहीं भेजा गया है.
सचिवालय ने बताया, संपत्ति और देनदारी की घोषणा संबंधी नियम 2004 के प्रावधान 5 और 6 और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 75 ए (5) संपत्ति और देनदारी का ब्यौरा नहीं पेश करने वाले सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करने से जुडे हैं.
आरटीआई के तहत प्राप्त जानकारी के अनुसार, लोकसभा सचिवालय को संपत्ति और देनदारी का ब्यौरा नहीं देनेे वाले सदस्यों में संतोष कुमार गंगवार, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौडा, संदीप बंदोपाध्याय, कल्याण बनर्जी, हरसिमरत कौर बादल, सुप्रिया सुले, अर्जुन चरण सेठी शामिल हैं.
इस सूची में भाजपा के योगी आदित्यनाथ, एस एस आहलुवालिया, मीनाक्षी लेखी, विनोद खन्ना, किरण खेर, हेमा मालिनी, परेश रावल, रमेश पोखरियाल निशंक, जयंत सिन्हा, पूनम महाजन, उदित राज, कलराज मिश्रा, राजीव प्रताप रुडी, विष्णु देव साय आदि शामिल हैं.
इस सूची के अन्य सदस्यों में राकांपा के तारिक अनवर, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय, कल्याण बनर्जी, रत्ना डे, कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी, एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी, बीजद के पिनाकी मिश्रा, लोजपा के चिराग पासवान और अपना दल की अनुप्रिया पटेल शामिल है.
संपत्ति और देनदारी का ब्यौरा नहीं देने वालों में सपा प्रमुख मुलायम सिंह के परिवार के सभी संसद सदस्य अक्षय यादव, धर्मेंद्र यादव, डिंपल यादव और मुलायम सिंह यादव शामिल हैं. सदन की सदस्यता की शपथ लेने के 90 दिनों के भीतर लोकसभा सचिवालय में अपनी सम्पत्ति और देनदारी का ब्यौरा जमा नहीं करने वाले सदस्यों में कांग्रेस के के सी. वेणुगोपाल, एंटो एंटनी, के एच मुनियप्पा, रंजीत रंजन, मौसम नूर, सुष्मिता देव, गौरव गोगोई, के सुरेश, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के उपेंद्र कुशवाहा, बीजद के भतृहरि माहताब, आप के भगवंत मान, लोजपा के रामचंद्र पासवान, आरएसपी के एन के प्रेमचंद्रन, भाजपा के उदित राज, परवेश वर्मा, पीएमके के अंबूमणि रामदास, राजद के राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव, स्वाभिमानी पक्ष के राजू शेट्टी शामिल हैं.
आरटीआई के तहत प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस सूची में पीडीपी के मुजफ्फर हुसैन बेग, एआईयूडीएफ के बदरुद्दीन अजमल, एयूएमएल के ई अहमद, तृणमूल कांग्रेस के शिशिर कुमार अधिकारी, दिनेश त्रिवेदी, प्रसुन बनर्जी, शताब्दी राय, काकोली घोष दस्तीदार, बीजद के कलिकेश नारायण सिंह शामिल हैं.
संपत्ति और देनदारी का ब्यौरा नहीं पेश करने वालों में भाजपा के बाबुल सुप्रियो, जितेंद्र सिंह, कीर्ति आजाद, रमेश बिधुडी, रमा देवी, अजय निषाद, संजय जायसवाल, राम टहल चौधरी, मनोज तिवारी, रामकृपाल यादव, कर्नल सोनाराम, बंडारु दत्तात्रेय, अर्जुन राम मेघवाल, कडि़या मुंडा, जगदम्बिका पाल के अलावा माकपा के पी के बिजू, जितेन्द्र चौधरी, राजद के तस्लीमुद्दीन, आप के धर्मवीर गांधी शामिल हैं.