मुझे शपथग्रह समारोह में नहीं बुलाया गया : हुड्डा
पंचकूला: हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के खिलाफ चुनाव प्रचार करने वाले शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल ने आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के शपथ-ग्रहण समारोह में शिरकत की लेकिन निवर्तमान मुख्यमंत्री भुपिंदर सिंह हुड्डा इस समारोह में शामिल नहीं हुए. पंजाब के उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल सहित शिरोमणि अकाली […]
पंचकूला: हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के खिलाफ चुनाव प्रचार करने वाले शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल ने आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के शपथ-ग्रहण समारोह में शिरकत की लेकिन निवर्तमान मुख्यमंत्री भुपिंदर सिंह हुड्डा इस समारोह में शामिल नहीं हुए.
पंजाब के उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल सहित शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के शीर्ष नेतृत्व द्वारा भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ प्रचार करने के बाद प्रकाश सिंह बादल भगवा पार्टी के नेताओं के निशाने पर आ गए थे.पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल (86) उन गणमान्य लोगों में शामिल थे जो सेक्टर-पांच स्थित हुडा मैदान में काफी पहले पहुंच गए थे, लेकिन बादल एवं भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के बीच ज्यादा बातचीत नहीं हुई. शपथ-ग्रहण समारोह हुडा मैदान में ही हुआ.
बहरहाल, हरियाणा के निवर्तमान मुख्यमंत्री हुड्डा ने यह कहते हुए शपथ-ग्रहण समारोह में शिरकत नहीं की कि उन्हें आमंत्रण नहीं मिला था.हुड्डा ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘मुझे आमंत्रण नहीं मिला था. यदि मुझे आमंत्रित किया गया होता तो मैं विचार करता (कि शामिल होना है या नहीं).’’शपथ-ग्रहण समारोह में ओम प्रकाश चौटाला की अगुवाई वाली मुख्य विपक्षी पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की नुमाइंदगी अभय चौटाला ने की.
बहरहाल, इनेलो के वरिष्ठ नेता अभय चौटाला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सभी गणमान्य लोगों के पहुंचने और उनके मंच पर बैठ जाने के बाद समारोह-स्थल पर गए. जब चौटाला पहुंचे उस वक्त राष्ट्रगान गाया जा रहा था.
अभय को सुरक्षाकर्मियों ने कुछ देर के लिए रोक दिया क्योंकि राष्ट्रगान जारी था. बहरहाल, बाद में उन्हें मंच पर जाने दिया गया लेकिन उस तरफ से नहीं जिधर से सारे वीवीआईपी को जाने दिया गया था. बादल की तरह केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान भी समारोह स्थल पर सवेरे ही पहुंच गए थे.
हरियाणा के गठन के 48 साल बाद राज्य में पहली बार भाजपा की सरकार बनी है जिसकी अगुवाई की जिम्मेदारी पहली बार विधायक बने मनोहर लाल खट्टर को सौंपी गई है. राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने खट्टर और उनकी मंत्री-परिषद के नौ और सदस्यों को शपथ दिलाई. प्रधानमंत्री मोदी, भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी एवं मुरली मनोहर जोशी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, भाजपा शासित चार राज्यों – गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ एवं राजस्थान – के मुख्यमंत्री समारोह में मौजूद थे.
कार्यक्रम के अंत में खट्टर ने समारोह-स्थल पर मौजूद गणमान्य लोगों से बात की और आडवाणी के चरण स्पर्श कर उनसे आशीर्वाद मांगा. बादल पंजाब के राज्यपाल शिवराज पाटिल और छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री डॉ. रमण सिंह के बगल में बैठे थे. बहरहाल, बादल एवं भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के बीच ज्यादा बातचीत नहीं हुई. भाजपा के वरिष्ठ नेता नवजोत सिंह सिद्धू भी समारोह में मौजूद थे.
कांग्रेस छोडकर भाजपा में शामिल हुए वीरेंद्र सिंह और राव इंद्रजीत सिंह ने भी शपथ-ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया. राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, हर्षवर्धन, मेनका गांधी, वी के सिंह, राम विलास पासवान, अनंत कुमार, वेंकैया नायडू, कृष्ण पाल गुज्जर सहित कई केंद्रीय मंत्री भी शपथ-ग्रहण समारोह में मौजूद थे.