कामदुनी : बलात्कार के बाद हत्या की शिकार हुई कालेज छात्रा के परिवार को सांत्वना देने गयी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बारासात जिले में ग्रामीणों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा जिसके चलते वह आपा खो बैठी. जिले के दौरे के बाद तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने आरोप लगाया कि इस अपराध और आज के प्रदर्शनों के पीछे धुर विरोधी माकपा के कार्यकर्ताओं का हाथ है.
जैसे ही वह कार में बैठने लगीं,उन्हें ग्रामीणों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा जो कुछ सवाल पूछने का प्रयास कर रहे थे. इस पर ममता अपना आपा खो बैठीं और बोली, ‘‘ क्या आपको ऐसी घटना पर राजनीति करते शर्म नहीं आती. आप माकपा की राजनीति कर रहे हैं. जो गिरफ्तार किए गए हैं वे माकपा से ताल्लुक रखते हैं.’’ माकपा ने ममता बनर्जी के आरोपों पर आक्रोशित प्रतिक्रिया में उन पर ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण और बेहद निंदनीय’’ घटना में शामिल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय आरोप प्रत्यारोप के खेल में शामिल होने का आरोप लगाया.
माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा, ‘‘ सरकार माकपा या अन्य लोगों पर आरोप लगाकर बच नहीं सकती. यह पूरी तरह हास्यास्पद है. उसे प्रशासन चलाना चाहिए. पश्चिम बंगाल में जो कुछ हो रहा है वह तेजी से होता पतन और कानून व्यवस्था का गड़बड़ाना है.’’ पिछली वाम मोर्चा सरकार का परोक्ष जिक्र करते हुए बनर्जी ने कहा था कि उन्हें अधिक पुलिस थाने बनाने चाहिए थे. ममता ने कहा, ‘‘मैं परिवार से मिलने जा रही थी. जो कुछ हुआ वह वास्तव में दुखद और डरावना है. हमने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया है. हम सात आठ दिन में आरोपपत्र दाखिल कर देंगे और एक महीने के भीतर दोषियों को सजा दी जाएगी. हम सरकार की ओर से मौत की सजा की मांग करेंगे.’’