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कालाधन प्रकरण : महज तीन नाम सार्वजनिक होने पर अपनों व गैरों ने मोदी सरकार को घेरा
नयी दिल्ली : कालाधन में महज तीन नाम सामने आने के बाद आज नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर अपनों व गैरों ने चौतरफा वार किया. पूर्व भाजपा नेता व वरिष्ठ अधिवक्ता राम जेठमलानी ने इस स्थिति की तुलना खोदा पहाड़ और निकली चुहिया से की. उन्होंने कहा कि वित्त मंत्रलय व एटार्नी […]
नयी दिल्ली : कालाधन में महज तीन नाम सामने आने के बाद आज नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर अपनों व गैरों ने चौतरफा वार किया. पूर्व भाजपा नेता व वरिष्ठ अधिवक्ता राम जेठमलानी ने इस स्थिति की तुलना खोदा पहाड़ और निकली चुहिया से की. उन्होंने कहा कि वित्त मंत्रलय व एटार्नी जनरल ने कवायद के बाद सिर्फ चूहा सामने आया. उन्होंने कहा कि सरकार केवल डिंग हाक रही है. उन्होंने सवाल उठाया कि सरकार सूची को सार्वजनिक करने से परहेज क्यों कर रही है. उन्होंने कहा कि कालेधन पर इस सरकार का रवैया भी यूपीए की तरह ही है. उन्होंने कहा कि सरकार के रुख के मद्देनजर वे पीएम मोदी को पत्र भी लिखा था, लेकिन नतीजा संतोषजनक नहीं निकला.
वहीं, वरिष्ठ भाजपा नेता सुब्रयम स्वामी ने भी इशारों में सरकार की नीति व नीयत पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि कालेधन वाले सभी नामों को सार्वजनिक करने से किसी कानून का उल्लंघन नहीं होगा. उन्होंने कहा कि फ्रांस व जर्मनी ने स्वयं भारत सरकार को नामों की सूची भेजी है. स्वामी ने कहा कि सरकार की मंशा क्या है, वे नहीं जानते. वहीं, मोदी सरकार के घोर समर्थक माने जाने वाले योग गुरु बाबा रामदेव ने भी कहा कि सरकार कालेधन वाले सभी नामों को सार्वजनिक करे. उन्होंने कहा कि सरकार अगर ऐसा नहीं करती है, तो कम से कम धन तो देश वापस लेते आये. उन्होंने हाल ही में कहा था कि नाम सार्वजनिक नहीं होने पर वे फिर देश में फिर अलख जगायेंगे.
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज प्रेस कान्फ्रेंस में सरकार से मांग की कि वह कालाधन वाले सभी 800 नामों का खुलासा करे. उन्होंने अपनी ओर से कालाधन वाले 15 नामों की सूची भी जारी की और सरकार पर उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया. केजरीवाल ने जो 15 नाम गिनाये उसमें मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी, कोकिलाबेन अंबानी, नरेश गोयल, संदीप टंडन, अनु टंडन, यशोवर्धन बिड़ला, उद्योगपति बर्मन परिवार के तीन सदस्यों सहित कुछ अन्य नाम शामिल हैं. केजरीवाल ने कहा कि इनका भी विदेशों में खाता है और इनके पास भी काला धन हो सकता है. हालांकि केजरीवाल ने जिन लोगों के नाम लिए हैं, उनका अबतक पक्ष नहीं आया है.
केजरीवाल ने कहा कि जब यूपीए सरकार काला धन वालों की सूची सार्वजनिक करने से कतरा रही थी, तब भाजपा इसका विरोध करती थी और आज भाजपा भी वही काम कर रही है. उन्होंने कहा कि जब देश में काला धान का मामला सुर्खियों में है, उस समय प्रधानमंत्री मोदी का अंबानी परिवार के कार्यक्रम में शामिल होना व अस्पताल का उदघाटन करना जांच को प्रभावित कर सकता है. उन्होंने कहा कि इससे आयकर विभाग व वित्त मंत्रलय में गलत संदेश जाता है.
उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है सरकार में साहस है तो वह सभी नामों को सार्वजनिक करे. अगर, सरकार ऐसा नहीं कर सकती है, तो गद्दी जोड़ दे. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने चुनाव में कहा था कि मुङो पीएम बना देंगे, तो 100 दिन में काला धन ले आयेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार कालाधन को लोगों के जनधन खाते में जमा कराये. एक और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि हमें सूची जारी करने की कोई चिंता नहीं है और न ही इस पर आपत्ति है. उन्होंने कहा, लेकिन चुन-चुन कर नामों को सार्वजनिक नहीं करें. उधर, भाकपा नेता अतुल कुमार अंजान ने कहा है कि कालाधन वाले जो नाम सरकार की ओर से सार्वजनिक किये गये हैं, वे बहुत अहम नहीं हैं, उन्होंने कहा कि इस मामले में बड़े राजनेता व उद्योगपतियों आदि के नाम सार्वजनिक होने चाहिए. हालांकि सरकार ने अपने हलफनामे में आज कहा है कि वह सबूत जुटाने के साथ और नाम अदालत को सौंपेगी.
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