अरुणाचल में फिर चीनी घुसपैठ
इटानगर : चीनी सैनिक अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहे. भारतीय सीमा में बार-बार घुसपैठ कर रहा है. लद्दाख के बाद अब सुरक्षा बलों को अरुणाचल में चीनी सैनिकों की घुसपैठ की जानकारी मिली. अरुणाचल के टास्किंग क्षेत्र में गांववालों ने एसा-पिला-माया आर्मी कैंप के पास चीनी सैनिकों को सीमा पार करते हुए […]
इटानगर : चीनी सैनिक अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहे. भारतीय सीमा में बार-बार घुसपैठ कर रहा है. लद्दाख के बाद अब सुरक्षा बलों को अरुणाचल में चीनी सैनिकों की घुसपैठ की जानकारी मिली. अरुणाचल के टास्किंग क्षेत्र में गांववालों ने एसा-पिला-माया आर्मी कैंप के पास चीनी सैनिकों को सीमा पार करते हुए देखा था.
यह क्षेत्र 1962 तक भारत के पास था, जिसके बाद चीन ने कब्जा कर लिया. रक्षा सूत्रों की मानें तो गुरुवार को भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच अंजाव जिले में हुई बैठक में इस मुद्दे को नहीं उठाया गया. एक अंग्रेजी अखबार ने क्षेत्र के एक छात्र के हवाले से कहा है कि गांववालों ने एसा-पिला-माया क्षेत्र में तीन महीने पहले चीनी सैनिकों की कुछ हरकतें देखी थी. लेकिन, सरकार को कोई जानकारी नहीं थी. गांववालों ने घुसपैठ की फोटोग्राफ्स और जानकारी सेना इंटेलीजेंस और आइबी के अधिकारियों को दी है.
भारत संयम बरते : चीन
बीजिंग : भारत द्वारा अरुणाचल प्रदेश में 54 नयी सीमा चौकियों के निर्माण की घोषणा किये जाने के बाद चीन ने सोमवार को कहा कि नयी दिल्ली को ऐसा कोई कदम उठाने से परहेज करना चाहिए, जिससे सीमा मुद्दा जटिल अथवा बढ़ सकता हो. चीनी विदेश मंत्रलय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, ‘चीन-भारत सीमा सवाल पर चीन का रुख सतत और स्पष्ट है. हम जितना जल्दी हो सके उतना जल्द मित्रवत बातचीत के जरिए भारतीय पक्ष के साथ सीमा सवाल का हल निकालने को प्रतिबद्ध हैं.
हम सीमा पर शांति बरकरार रखने के मिलकर काम करना चाहते हैं.’ हुआ ने अरुणाचल में आइटीबीपी की ओर से 54 चौकियों के निर्माण की योजना के संदर्भ में ईमेल के जरिए पूछे गये सवाल के जवाब में कहा, ‘सीमा संबंधी सवाल के आखिरी समाधान के लंबित होने के मद्देनजर हम उम्मीद करते हैं कि भारतीय पक्ष ऐसे किसी कदम से संयंम बरते जिससे यह सवाल जटिल तथा काफी बढ़ सकता है.’