मुंबई : महाराष्ट्र में सरकार गठन की दिशा में शिवसेना के समर्थन देने के संकेत के बाद भाजपा का रास्ता साफ हो गया है. प्रदेश के नवनिर्वाचित भाजपा विधायकों की आज अपना नेता चुनने के लिए बैठक होगी.
भाजपा विधायक नरीमन प्वाइंट पर पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में एकत्र होंगे और उसके बाद विधान भवन के समीप इनोक्स स्क्वेयर जाएंगे, जहां वे छत्रपति शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. एनसीपी ने भी नरमी के संकेत देते हुए कहा है कि वह न तो सरकार के समर्थन में वोट करेगी न विरोध में.
पार्टी के एक प्रवक्ता ने बताया कि भाजपा विधायक दल की बैठक पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षकों, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव जे पी नड्डा की उपस्थिति में विधान भवन पर शाम चार बजे शुरु होगी.
विधायक दल का नेता चुना जाने वाला व्यक्ति ही प्रदेश का मुख्यमंत्री होगा और विधायल दल के नेता के चुनाव के साथ ही पार्टी सरकार गठन की दिशा में एक कदम और आगे बढ जाएगी. 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को बहुमत के लिए 23 सीटों की कमी है.
भाजपा महासचिव राजीव प्रताप रुडी ने पहले ही कहा था, ‘‘विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद हम राज्यपाल सी विद्यासागर राव से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.’’ पार्टी के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष देवेन्द्र फडनवीस मुख्यमंत्री पद के लिए प्रबल दावेदार बनकर उभरे हैं. उन्हीं के नेतृत्व में पार्टी ने राज्य में चुनाव लडा और अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन किया.
पहली बार भाजपा की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार के पक्ष में सामने आते हुए वरिष्ठ शिवसेना नेता और प्रवक्ता संजय राउत ने कल कहा था कि इस प्रकार की व्यवस्था ‘‘स्थिर’’ व्यवस्था होगी. उन्होंने कहा था, ‘‘ यदि शिवसेना और भाजपा सरकार बनाने के लिए आगे आते हैं तो यह स्थिर होगी.
भाजपा के साथ हमारे पुराने रिश्ते हैं. चुनाव के समय जो भी हुआ , हम उसे भूल चुके हैं. हमारी भारत पाकिस्तान वाली लडाई नहीं है.’’ राउत ने कहा था, ‘‘भाजपा को जनादेश मिला है. उसे अधिक सीटें मिली हैं. यह हमारा कर्तव्य है. (भाजपा को समर्थन देना). शिवसेना का समर्थन हमेशा उस मुख्यमंत्री को रहेगा जो महाराष्ट्र के हित में काम करेगा.’’ 288 सदस्यीय विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 122 सीटें जीती हैं. नांदेड के मुखेड से जीते भाजपा के गोविंद राउत का रविवार को निधन होने के कारण अब उसकी सदस्य संख्या 121 रह गयी है.