बर्दमान विस्फोटः गृह मंत्री ने दिए आतंकी संगठन जेएबी को निष्प्रभावी करने के आदेश
नयी दिल्ली: गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज आदेश दिया कि प्रतिबंधित जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) को तुरंत निष्प्रभावी बनाने की दिशा में कदम उठाए जाएं. बर्दवान विस्फोट से इस आतंकी संगठन की भारत भर में उपस्थिति होने के संकेतों के बीच यह आदेश दिया गया है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल द्वारा गृह मंत्री को […]
नयी दिल्ली: गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज आदेश दिया कि प्रतिबंधित जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) को तुरंत निष्प्रभावी बनाने की दिशा में कदम उठाए जाएं. बर्दवान विस्फोट से इस आतंकी संगठन की भारत भर में उपस्थिति होने के संकेतों के बीच यह आदेश दिया गया है.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल द्वारा गृह मंत्री को देश में फैले जेएमबी नेटवर्क और उसके साथ जुडे लोगों की जानकारी देने के बाद सिंह ने यह आदेश दिया है.
डोभाल ने कल राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) प्रमुख जयंत चौधरी और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए)प्रमुख शरद कुमार के साथ बर्दवान में हुए विस्फोट स्थल का दौरा किया था. इस दौरे के बाद उन्होंने गृह मंत्री को पश्चिम बंगाल में हुए इस विस्फोट को लेकर हुई अब तक की तहकीकात के बारे में जानकारी दी.
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘गृह मंत्री ने एनएसए को आदेश दिया है कि इस आतंकी मॉड्यूल को निष्प्रभावी करने के फौरन कदम उठाए जाएं.’’
बर्दवान विस्फोट मामले की छान-बीन कर रहे जांचकर्ताओं ने पाया कि जेएमबी के देश भर में, खासकर, पश्चिम बंगाल, असम और दक्षिण भारत में 25 से 30 मॉड्यूल होने की आशंका है.
विस्फोट स्थल का दौरा करने के बाद डोभाल के साथ एनएसजी और एनआईए प्रमुखों ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी मुलाकात की. उन्होंने पश्चिम बंगाल में जेएमबी आतंकी संगठन के क्रियाकलापों को रोकने के लिए केंद्रीय और राज्य की एजेंसियों के बीच नजदीकी सहयोग की जरुरत बताई.
डोभाल और तीन शीर्ष अधिकारियों ने उस कमरे का जायजा लिया जहां 2 अक्तूबर को विस्फोट हुआ था और जिसमें दो संदिग्ध आतंकी मारे गए थे. उन्होंने उस कमरे का भी अवलोकन किया जिसे संदिग्ध आतंकवादी संभवत: विस्फोटक आदि बनाने की प्रयोगशाला के रुप में काम में लाते थे.
एनआईए का कहना है कि बर्दवान विस्फोट मामले में पकडे गए आरोपी और उनके सहयोगी जेएमबी के सदस्य हैं. ये लोग विस्फोटक बनाते थे और आतंकी हमलों के लिए उन्हें बांग्लादेश भेजते थे.
इन विस्फोटकों (आईईडी) को बनाते समय दो बांग्लादेशियों शकील अहमद और सुवोन मंडल उर्फ सुभान की मृत्यु हो गई. अब्दुल हकीम उर्फ हसन नामक एक अन्य व्यक्ति इसमें घायल हुआ. हसन सहित चार व्यक्तियें को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है जिनमें दो महिलाएं हैं.