नरेंद्र मोदी नहीं करते मुसलमानों का प्रतिनिधित्व : इमाम बुखारी
नयी दिल्ली : जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने नरेंद्र मोदी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की है. ज्ञात हो कि जामा मस्जिद के शाही इमाम ने अपने बेटे के दस्तारबंदी कार्यक्रम में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को आमंत्रित किया है, लेकिन उन्होंने अपने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित […]
नयी दिल्ली : जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने नरेंद्र मोदी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की है. ज्ञात हो कि जामा मस्जिद के शाही इमाम ने अपने बेटे के दस्तारबंदी कार्यक्रम में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को आमंत्रित किया है, लेकिन उन्होंने अपने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित नहीं किया है.
बुखारी के घर पर 25 नवंबर को दस्तारबंदी का कार्यक्रम है. जब इस संबंध में शाही इमाम से एक टीवी रिपोर्टर ने सवाल पूछा, तो बुखारी ने जवाब दिया कि यह उनका निजी कार्यक्रम है और वे किसे दावत में न्यौता भेजेंगे और किसे नहीं यह उनका अपना निर्णय है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से उनके निजी ताल्लुकात हैं, जो बहुत अच्छे हैं, जबकि नरेंद्र मोदी के साथ भारतीय मुसलमानों का कैसा संबंध है यह सभी जानते हैं.
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बने चार महीने से अधिक हो गये हैं, लेकिन अभी भी वे एक खास वर्ग का ही प्रतिनिधित्व करते हैं, वे देश की तमाम जनता के प्रतिनिधि नहीं हैं. उन्होंने कहा कि गुजरात दंगे के घाव अभी भी भारतीय मुसलमानों के दिल में जिंदा हैं. इसलिए वे नरेंद्र मोदी को आमंत्रण नहीं देंगे. हालांकि बुखारी ने कहा कि उन्होंने डॉ हर्षवर्द्धन को न्यौता भेजा है साथ ही शाहनवाज हुसैन को भी दस्तारबंदी में आमंत्रित किया है.
सैयद अहमद बुखारी के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा कि अगर वे संवैधानिक रूप से चुने हुए प्रधानमंत्री का सम्मान नहीं करते हैं, तो यह पूरी तरह से निंदनीय है. जहां तक बात भारतीय मुसलमानों के सोच की है, तो वे बुखारी से इत्तेफाक नहीं रखते. उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति के लिए अपने देश के प्रधानमंत्री से ज्यादा मायने पाकिस्तान का प्रधानमंत्री रखता है,तो उसे उस देश की नागरिकता के बारे में भी सोचना चाहिए.