रायपुर : छत्तीसगढ़ में आज 12 नक्सलियों ने आम्तसमर्पण कर दिया है. इतनी भारी संख्या में नक्सलियों के आत्मसमर्पण करने से बस्तर क्षेत्र में माओवादी आंदोलन को तगडा झटका लगा है. सभी नक्सलियों ने कांकेर जिले में आत्मसमर्पण किया.
पुलिस के अनुसार, राज्य में इस वर्ष अभी तक 315 नक्सलियों ने समर्पण किया है. कांकेर के पुलिस अधीक्षक आर. एन. दास ने बताया कि बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक एसआरपी कल्लुरी, सीमा सुरक्षा बल के महानिरीक्षक एसएस चाहर और प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष 12 नक्सलियों ने समर्पण किया. इन सभी पर इनाम घोषित था.
दास ने बताया कि समर्पण करने वाले नक्सलियों में सोमनाथ दारो (35) सबसे खतरनाक था. वह मेढकी क्षेत्र में स्थानीय अभियान स्क्वाड कमांडर के रुप में काम करता था. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वह कई जानलेवा नक्सली हमलों में शामिल रहा है. वह 2003 में कादेम गांव में हुए हमलों में सीआरपीएफ के मारे गये तीन जवान की घटना, 2005 में माहला में हुई मुठभेड के बाद हथियारों की लूट की घटना और 2010 में उदानपुर पुलिस शिविर पर हमले की घटना में वह शामिल था.
राज्य सरकार ने दारो की गिरफ्तारी पर पांच लाख रुपए के इनाम की घोषणा की थी. समर्पण करने वाले अन्य नक्सली हैं… रामलाल ध्रुव, राजाउ उसेंदी, परशुराम हिचामी, सुक्कु राम वाडे, मणिराम गावडे, सागाराम उइका, बजारुराम पड्डा, घासिया मंडावी, प्रकाश जैन, देव सिंह और गैन सिंह. सभी की उम्र 18 से 37 वर्ष के बीच है. अधिकारी ने बताया कि इन सभी पर एक-एक लाख रुपये का इनाम था.