भाजपा का सदस्यता अभियान, मोदी ने कहा, राजनीति के लिए जनांदोलन का युग समाप्त

नयी दिल्ली : महाराष्ट्र की जीत के बाद भाजपा अपने संस्थापक अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी की उस सोच से दो कदम आगे बढ़ चुकी है, जिसके तहत उन्होंने समुद्र में कमल खिलाने का स्वपA देखा था. महाराष्ट्र की जीत के बाद भाजपा का आत्मबल मजबूत हो चुका है और वह मान चुकी है उसने समुद्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 1, 2014 6:51 PM
नयी दिल्ली : महाराष्ट्र की जीत के बाद भाजपा अपने संस्थापक अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी की उस सोच से दो कदम आगे बढ़ चुकी है, जिसके तहत उन्होंने समुद्र में कमल खिलाने का स्वपA देखा था. महाराष्ट्र की जीत के बाद भाजपा का आत्मबल मजबूत हो चुका है और वह मान चुकी है उसने समुद्र में कमल खिला दिया है और अब उसका अगला लक्ष्य है – देश के हर कोने, हर गली, हर गांव, हर मुहल्ले में भाजपा कार्यकर्ता तैयार करना. टोल फ्री नंबर व एसएमएस के जरिये सदस्यता अभियान की शुरुआत कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की जोड़ी ने इसका एलान किया.
भारतीय जनता पार्टी ने आज शाम नये सिरे से अपना सदस्यता अभियान शुरू किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने औपचारिक रूप से पहली सदस्यता ग्रहण कर इस अभियान की शुरुआत की. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि नये सदस्यता अभियान के बाद भारत के छह लाख गांवों में एक भी ऐसा गांव नहीं होगा, जहां भाजपा का कम से कम एक सदस्य नहीं होगा. चाहे वह लेह-लद्दाख का गांव हो या अंडमान के किसी टापू पर बसा कोई गांव या फिर कच्छ के रेगिस्तान का कोई गांव हो.
मोदी ने कहा कि अब देश में जन आंदोलन के द्वारा राजनीति नहीं हो रही है. जबकि देश सभी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं से अहम भूमिका निभाने की उम्मीद करता है. देशवासियों को इससे फर्क नहीं पड़ता की आप सत्ता में हैं या नहीं. उन्होंने कहा कि जब मुझ पर भाजपा जैसे बड़े दल का ठप्पा लगा, तभी मुङो अपने जीवन में उत्तरोत्तर विकसित होने का मौका मिला. उन्होंने कहा कि एक राजनीतिक कार्यकर्ता को हमेशा समस्याओं का गहरा अध्ययन व समाधान करना होता है. उन्होंने कहा है कि जब राजनीतिक कार्यकर्ता ऐसा करते हैं, तभी वे प्रासंगिक होते हैं.
उन्होंने कहा कि भाजपा विश्व की लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत बना हुआ महत्वपूर्ण संगठन है. हालांकि हमने इस तरह अपनी पोजिशिनिंग नहीं की है. उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ हिंदुस्तान में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में लोकतांत्रिक देशों में अध्ययन का विषय बन सकती है. उन्होंने कहा कि दुनिया के लोकतांत्रिक देशों, वहां के छात्रों व अहम संगठनों को भाजपा की सदस्यता अभियान को देखने के लिए व शोध करने के लिए आमंत्रित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि तीन माह के सदस्यता अभियान के लिए विश्वविद्यालय व उसके रिसर्च स्कॉलरों को भी आमंत्रित किया जाना चाहिए.
मोदी ने कहा कि हमारा देश विविधताओं से भरा है. भाजपा भी विविधता से भरी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पार्टी की नीति सर्व समावेशी व सर्व स्पर्शी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि देश में बदलाव के लिए दो चीजें जरूरी हैं. एक नीचे से ऊपर की ओर सटीक सूचनाओं का प्रसार हो, इससे निर्णय प्रक्रिया में संतुलन व स्वच्छता आती है और समस्या समाधान होता है. दूसरा ऊपर से नीचे की तरफ परफेक्ट गाइंडंस होना चाहिए. ऊपर से नीचे कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन मिलना चाहिए.
उन्होंने कहा कि भाजपा में होरिजेंटल व वर्टिकल विकास हो. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं का विकास और संगठन का विस्तार दोनों होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार ने अभी डिजिटल इंडिया मिशन शुरू किया है. जबकि भाजपा डिजिटलीकरण में सरकार से दो कदम आगे है और यह अपने विस्तार के लिए इस तकनीक का उपयोग कर रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा की पत्रिका का भी डिजिटल एडिशन हो और उसे कार्यकर्ताओं के मेल पर भेजा चाहिए. उन्होंने कहा कि राजनीति गंदी नहीं है, अगर गंदी होती तो बापू वहां कभी पैर नहीं रखते.
कार्यक्रम के बारे में बताते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि नये सदस्यता अभियान में हम एक टोल-फ्री नंबर जारी कर रहे हैं. कोई भी शख्स देश के किसी भी हिस्से से इस नंबर पर रिंग कर सदस्यता अभियान ले लेगा. उन्होंने कहा कि बाद में कार्यकर्ताओं को सदस्यता संख्या और पहचान पत्र आदि भी जारी किया जायेगा.

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