राजनाथ ने कहा, सभी देश को आतंकवाद के खिलाफ लड़ना होगा
मोनाको : इंटरपोल की 83वीं आमसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान पर जोरदार हमला किया है. उन्होंने कहा कि सभी देशों को आतंवादी गतिविधियों प्रश्रय और उन्हें बढावा देने से परहेज करना चाहिए. सभी देशों को सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी सरजमीन का उपयोग आतंकवादियों के प्रशिक्षण शिविरों की स्थापना […]
मोनाको : इंटरपोल की 83वीं आमसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान पर जोरदार हमला किया है. उन्होंने कहा कि सभी देशों को आतंवादी गतिविधियों प्रश्रय और उन्हें बढावा देने से परहेज करना चाहिए. सभी देशों को सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी सरजमीन का उपयोग आतंकवादियों के प्रशिक्षण शिविरों की स्थापना के लिए नहीं हो.
राजनाथ सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार और आतंकवाद संबंधित मामलों से बैंकिंग और कारपोरेट गोपनीयता हटाने से अपराधियों को इंसाफ के कठघरे में लाने की दिशा में बडा कदम उठेगा.सिंह ने कहा, ‘‘सभी देशों को आतंकवादी गतिविधियों को संगठित करने, भडकाने, मदद पहुंचाने, हिस्सा निभाने, वित्तपोषण करने, बढावा देने या बरदाश्त करने से हमेशा परहेज करना चाहिए.’’
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि देशों को यह सुनिश्चित करने के लिए उपयुक्त कदम उठाने चाहिए कि उनकी सरजमीन का उपयोग आतंकवादियों के बुनियादी ढांचे या प्रशिक्षण शिविरों की स्थापना के लिए नहीं हो.सिंह ने दुनिया भर की सरकारों का आह्वान किया कि वे मिल कर संगठित अपराधियों और आतंकवादी समूहों की पनाहगाहों के मुद्दे का समाधान करें.
सिंह ने कहा, ‘‘दुनिया भर की सरकारों को संगठित अपराधियों एवं आतंकवादी समूहों की पनाहगाहों, उनके अवैध संचालनों और उनके अवैध धन के मुद्दों का सामूहिक रुप से हल करना चाहिए.’’ केंद्रीय गृहमंत्री ने न्यूयार्क पर 11 सितंबर के आतंकवादी हमलों की चर्चा करते हुए कहा, ‘‘आतंकवादी समूहों के प्रति विकसित देशों का नजरिया पूरी तरह से बदल गया और वह उस खतरे के प्रति जागे जिससे भारत 1980 दशक के आरंभ से जूझ रहा है. भारत महसूस करता है कि बहुत ज्यादा सतर्कता और ज्यादा कठोर प्रावधानों की जरुरत है.’’
सिंह की ये टिप्पणियां अमेरिकी संसद में पेंटागन के इस वक्तव्य के बाद आयीं है कि पाकिस्तान उग्रवादी समूहों का उपयोग अपने से बेहतर भारतीय सेना से निबटने के लिए कर रहा है. गृहमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल के ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में साफ तौर पर कहा था कि ‘‘हमें आतंकवादियों को पनाहगाह और समर्थन मुहैया कराने से रोकने के लिए देशों पर सामूहिक दबाव डालना चाहिए.’’ सिंह ने कहा कि पहले के मुकाबले अब अपराधी संगठन सूचना, सेवा, संसाधन और बाजार पहुंच की ज्यादा साझेदारी कर रहे हैं.