घबराये वाड्रा ने अपनी चार कंपनियों पर ताला लगाया

नयी दिल्ली : रॉबर्ट वाड्रा के भूमि खरीद सौदों व अन्य प्रकार के विवादों में घिरे रहने की कीमत पहले तो कांग्रेस पार्टी ने चुकायी, अब इसकी कीमत वे खुद चुकाते नजर आ रहे हैं. हरियाणा में भाजपा के सत्ता पर काबिज होने व वहां के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के इस बयान पर कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 6, 2014 12:57 PM
नयी दिल्ली : रॉबर्ट वाड्रा के भूमि खरीद सौदों व अन्य प्रकार के विवादों में घिरे रहने की कीमत पहले तो कांग्रेस पार्टी ने चुकायी, अब इसकी कीमत वे खुद चुकाते नजर आ रहे हैं. हरियाणा में भाजपा के सत्ता पर काबिज होने व वहां के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के इस बयान पर कि कानून इस मामले में वहां अपना काम करेगा, के बाद वाड्रा ने अपनी चार कंपनियों को बंद कर दिया है. वाड्रा जमीन सौदे की जांच की मांग प्रमुखता से उठ रही है. इससे वाड्रा की चिंताएं बढ गयी हैं.
सूत्रों का कहना है कि जांच की आंच की आहट से घबराये रॉबर्ट वाड्रा ने अपनी 12 में से चार कंपनियों को बंद कर दिया है और दो और कंपनियों को बंद करने की तैयारी कर रहे हैं. कंपनियां बंद होने की खबरें कॉरपोरेट मंत्रलय के दस्तावेज के आधार पर आ रही हैं. ये कंपनियां राजस्थान व हरियाणा की बतायी जा रही हैं. इन दोनों राज्यों में अब कांग्रेस सत्ता से बाहर है और वहां भाजपा का शासन है.
कॉरपोरेट मंत्रलय के दस्तावेज के अनुसार, वाड्रा ने जिन छह कंपनियों को राजस्थान व हरियाणा में खोला था, उसमें चार कंपनियां लाइफलाइन एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड, ग्रीनवेयर एग्रो प्राइवेट लिमिटेड, राइटलाइन एग्रीकल्चर प्राइवेट लिमिटेड और प्राइमटाइम एग्रो प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं.
सूत्रों का कहना है कि इसके अलावा वे अपनी दो और कंपनियों फ्यूचर इन्फ्रा एग्रो प्राइवेट लिमिटेड और बेस्ट सीजंस एग्रो प्राइवेट लिमिटेड को वाड्रा कभी भी बंद कर सकते हैं. वाड्रा हरियाणा में भाजपा सरकार बनने और उसके मंत्रियों के जांच व कार्रवाई संबंधी बयानों से दबाव में हैं. ऐसे में विवादों को कम करने के उद्देश्य से उन्होंने ये कदम उठाये. हरियाणा की खट्टर सरकार ने डीएलएफ के साथ जमीन सौदों को लेकर रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ हाल में जांच कराने के संकेत दिये हैं.
पत्रकार से बदसलूकी पर भी विवाद
विवाद वाड्रा का पीछा नहीं छोड रहे हैं. पिछले दिनों वे उस समय विवाद में आ गये जब समाचार एजेंसी एएनआइ के पत्रकार के एक सवाल पर वे भडक गये और उसका माइक झटक दिया व अपने सुरक्षा कर्मियों का उसका वीडियो डीलिए करने का निर्देश दिया. इसके बाद सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने न्यूज एजेंसी व पत्रकार द्वारा शिकायत करने पर कार्रवाई करने की बात कही थी. इस घटना के बाद वाड्रा की सास कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी चिंतित हो गयीं थी और वे अपने दामाद से मिलने उनके घर पहुंची थीं.

Next Article

Exit mobile version