लालू, नीतीश, मुलायम, देवेगौड़ा और चौटाला मिलकर बनायेंगे एक पार्टी?
नयी दिल्ली : आज समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के आवास पर जनता परिवार के दिग्गज नेताओं का महाजुटान हुआ. इसमें प्रमुख रूप से नीतीश कुमार, लालू प्रसाद यादव, एचडी देवेगौड़ा और शरद यादव जैसे महानायकों ने बैठक कर मोदी सरकार को घेरने की रणनीति बनायी. बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते […]
नयी दिल्ली : आज समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के आवास पर जनता परिवार के दिग्गज नेताओं का महाजुटान हुआ. इसमें प्रमुख रूप से नीतीश कुमार, लालू प्रसाद यादव, एचडी देवेगौड़ा और शरद यादव जैसे महानायकों ने बैठक कर मोदी सरकार को घेरने की रणनीति बनायी.
बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि जनता पार्टी के पुराने सदस्यों ने एक जुट होने का मन बनाया है और कालाधन, किसानों को लाभ और बेरोजगारी पर सरकार को घेरने की तैयारी की है. सदन में सभी पार्टियां एकजुट होकर सरकार को उपने चुनावी वादे पूरे करने के लिए बाध्य करेगी.
जनता ने हमें विपक्ष के रूप में चुना है तो हम सब मिलकर एक मजबूत विपक्ष का काम करेंगे. नीतीश ने कहा कि मुलायम सिंह ने पुरानी जनता परिवार को एक साथ बुलाया और हमसब एक विचारधारा को लेकर एक साथ चलने को तैयार हैं. भविष्य में और भी बैठकें आयोजित होंगी और जरुरत पड़ने पर एक महामोर्चा का गठन भी किया जा सकता है.
कांग्रेस का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि बैठक में कांग्रेस के बारे में कोई बातें नहीं की गयी है. वर्तमान सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद करने का नर्णिय लिया गया है. लेफ्ट और अन्य दलों से भी सहयोग मांगा जायेगा. हमारी विचारधारा से सरोकार रखने वाली पार्टियों का हम महामोर्चा में स्वागत करते हैं.
नीतीशने स्पष्ट किया कि सदन में एकरुपता के साथ वे अपनी बात उठायेंगे और सभी एक दूसरे का समर्थन करेंगे. उन्होंने कहा कि मोदी ने जिस प्रकार चुनावी सभाओं में कालाधन वापस लाकर उसे जनता के बीच 15-15 लाख रुपये एक-एक नागरिकों को बांटने की बातें कही थी. उसके लिए उन्हें मजबूर किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि सार्थक बैठक हुई है सभी ने एकजुटता पर बल दिया है. मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मोदी ने चुनाव के दौरान हर लाख लाखों लोगों को रोजगार देने की बात कही थी, लेकिन अभी एक साल के लिए सरकार ने किसी भी नियुक्ति पर रोक लगा दी है.
यह कैसी नीति है. उसी प्रकार भाजपा ने अपने चुनावी घोषणापत्र में फसलों का उचित दाम दिलवाकर किसानों को लाभ पहुंचाने की बातें कही थी. लेकिन सरकार गठन के बाद फसलों की खरीद मूल्य में मामूली वृद्धि की गयी है. नीतीश ने कहा कि हम सभी राष्ट्रहित में एकजुट हुए हैं.