विधानसभा सत्र से पहले अपनी रणनीति तय करने को तैयार शिवसेना

मुंबई: महाराष्ट्र में अपनी राजनीतिक भूमिका को लेकर शिवसेना चितिंत है. भाजपा ने भी यह साफ कर दिया है कि विश्वासमत से पहले शिवसेना को किसी तरह की भूमिका नहीं दी जायेगी. नयी महाराष्ट्र सरकार में पार्टी की भूमिका को लेकर भाजपा के साथ चर्चाओं के अभी बेनतीजा रहने के बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 6, 2014 3:23 PM

मुंबई: महाराष्ट्र में अपनी राजनीतिक भूमिका को लेकर शिवसेना चितिंत है. भाजपा ने भी यह साफ कर दिया है कि विश्वासमत से पहले शिवसेना को किसी तरह की भूमिका नहीं दी जायेगी. नयी महाराष्ट्र सरकार में पार्टी की भूमिका को लेकर भाजपा के साथ चर्चाओं के अभी बेनतीजा रहने के बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज पार्टी के नेताओं से यहां एक बैठक की.

सूत्रों ने बताया कि सेना भवन में आयोजित बैठक में शिवसेना नेता अनिल देसाई और सुभाष देसाई मौजूद थे. बैठक का आयोजन 10 नवंबर से शुरु हो रहे राज्य विधानसभा के सत्र से पहले पार्टी की रणनीति पर चर्चा करने के लिए किया गया था.बैठक का महत्व इस लिहाज से बढ जाता है कि कल मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस ने कहा था कि भाजपा सरकार के विश्वास मत हासिल करने से पहले शिवसेना के प्रतिनिधियों को सरकार में शामिल नहीं किया जाएगा.12 नवंबर को भाजपा सरकार विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने की कोशिश करेगी. कल संवाददाताओं द्वारा शिवसेना को सरकार का हिस्सा बनाने को लेकर सवाल पूछे जाने पर फडनवीस ने कहा था ‘पहले विश्वास फिर विस्तार’.
मुख्यमंत्री के बयान से शिवसेना नाराज हो गयी और उसके एक सांसद ने कहा कि भाजपा उसे सम्मान के साथ सरकार में शामिल करने की इच्छुक नहीं है और सरकार में भागीदारी को लेकर जारी अनिश्चितता खत्म करने की दिशा में कोई ‘सम्मानजनक समाधान’ ना निकला तो शिवसेना विपक्ष में बैठेगी. 63 विधायकों के साथ शिवसेना 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा (121) के बाद दूसरी सबसे बडी पार्टी है.

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