हर्षवर्धन ने बताया आयुर्वेद को आगे बढ़ाने का नुस्खा

नयी दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने आज कहा कि आयुर्वेद की दवाओं तथा अन्य पारंपरिक भारतीय चिकित्सा प्रणाली का मानकीकरण करने, उनकी गुणवत्ता सुधार की निगरानी करने और अनुसंधान तथा विकास को बढावा देने के लिए सरकार एक विशेष दवा नियंत्रण विभाग गठित करेगी. छठे विश्व आयुर्वेद कांग्रेस के साथ आयोजित आरोग्य एक्सपो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 6, 2014 5:59 PM

नयी दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने आज कहा कि आयुर्वेद की दवाओं तथा अन्य पारंपरिक भारतीय चिकित्सा प्रणाली का मानकीकरण करने, उनकी गुणवत्ता सुधार की निगरानी करने और अनुसंधान तथा विकास को बढावा देने के लिए सरकार एक विशेष दवा नियंत्रण विभाग गठित करेगी.

छठे विश्व आयुर्वेद कांग्रेस के साथ आयोजित आरोग्य एक्सपो के उद्घाटन में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘‘आयुष आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी: मिशन के तहत केंद्र सरकार उत्पादन इकाइयां स्थापित करने और पारंपरिक चिक्तिसा उद्योग में मानव संसाधन विकसित करने में दिलचस्पी रखने वाले राज्यों को अनुदान देगी.’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस मिशन का मुख्य लक्ष्य आयुष की आधुनिक चिकित्सा पद्धति के साथ जुडाव को बढाना और एक समग्र स्वास्थ्य सेवा तंत्र विकसित करना है जिसकी पूरी दुनिया अनुसरण कर सके और जो सभी के लिए स्वास्थ्य के वैश्विक लक्ष्य को प्राप्त कर सके.’’
हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘आयुर्वेद हमारे लिए सिर्फ भावना की बात नहीं है. हम वैज्ञानिक विचारों के साथ काम करते हैं और यह सरकार अनुसंधान पर बहुत बल देती है.’’ आरोग्य एक्सपो नौ नवंबर तक चलेगा. देश भर से पारंपरिक दवाओं के निर्माताओं ने 400 स्टॉल लगाए हैं. इसमें 20 विशेषज्ञ क्लिनिक हैं जो आने वालों को नि:शुल्क सलाह दे रहे हैं.

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