नयी दिल्ली : 4200 की आबादी वाले जयापुर में करीब 2300 वोटर हैं. इस गांव को पहले संघ गोद ले चुका है. पहले यह तय किया गया था कि जिस गांव को संघ गोद ले चुका है उसे कोई सांसद गोद नहीं ले सकता लेकिन प्रधानमंत्री को इस बात की छूट दी गई की वे जयापुर को गोद ले सकते हैं. वे आज जयापुर पहुंचे और आदर्श ग्राम योजना के तहत जयापुर को गोद लिया.
जयापुर में पानी की किल्लत
एबीपी न्यूज से बात करते हुए एक ग्रामीण ने बताया कि गांव में पानी की बहुत किल्लत है. संघ के गोद लेने के बाद भी हालात नहीं बदले हैं. महिलाओं को पानी के लिए कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है. उसने उम्मीद जताई की मोदी हमें पानी की किल्लत से छुटकारा दिलायेंगे. गांव की महिलाएं मोदी के स्वागत में रंगोली बना रहीं हैं. उन्हें भी मोदी से काफी उम्मीदें हैं.
चिकित्सा सेवा गांव से काफी दूर
जी न्यूज से बात करते हुए वहां की लड़कियों ने कहा कि पहले हमारे जयापुर को कोई नहीं जानता था लेकिन आज हमारे गांव की पूरे देश में चर्चा हो रही है. यह सौभाग्य की बात है. उन्होंने कहा कि गांव से सारी सुविधायें आठ किमी दूर है. पढ़ाई के लिए हमें काफी दूर जाना पड़ता है. चिकित्सा सेवा भी गांव से काफी दूर है. हमें उम्मीद है कि पीएम के आगमन के बाद जयापुर की स्थिति में सुधार होगा.
गांव की बहुओं को मिली खुशी
जी न्यूज से बात करते हुए गांव की एक बहू ने कहा कि जिस वक्त मेरी शादी जयापुरा में हुई उस वक्त मुझे अपने परिवार वालों से काफी शिकायत थी क्योंकि इस गांव को कोई नहीं जानता था. प्रधानमंत्री ने अब इस गांव को देश के पटल पर लाकर खड़ा कर दिया है जिससे मुझे काफी खुशी हो रही है.