गोवा BJP में बगावत के सुर, CM नहीं बनाने पर डिसूजा की इस्तीफे की धमकी
पणजी : गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर के इस्तीफा देने की खबर के बाद राज्य की राजनीति में भूचाल आ गया है. यहां मुख्यमंत्री पद को लेकर दौड तेज हो गयी है वहीं पार्टी में भी बगावती सुर उठने लगे हैं.एक तरफ राज्य के स्वास्थ्य मंत्री लक्ष्मीकांत परसेकर को मनोहर पार्रिकर के उत्तराधिकारी के तौर […]
पणजी : गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर के इस्तीफा देने की खबर के बाद राज्य की राजनीति में भूचाल आ गया है. यहां मुख्यमंत्री पद को लेकर दौड तेज हो गयी है वहीं पार्टी में भी बगावती सुर उठने लगे हैं.एक तरफ राज्य के स्वास्थ्य मंत्री लक्ष्मीकांत परसेकर को मनोहर पार्रिकर के उत्तराधिकारी के तौर पर अग्रणी दावेदार माना जा रहा है वहीं उप मुख्यमंत्री फ्रांसिस डिसूजा ने भी खुद को दावेदार के तौर पर पेश कर दिया है.
गोवा में भाजपा के प्रमुख ईसाई नेता डिसूजा ने विदेश यात्रा से लौटने के बाद यहां हवाईअड्डे पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं मुख्यमंत्री बनने की क्षमता रखता हूं. मैं किसी जूनियर को रिपोर्ट नहीं करंगा.’’ डिसूजा ने कहा, ‘‘अगर मुझे मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाता तो मैं कल शपथ नहीं लूंगा. मैं भविष्य में क्या कदम उठाउंगा, यह मैं बाद में तय करूंगा.’’
पार्रिकर के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना के बाद गोवा में उनके उत्तराधिकारी की दौड में परसेकर तथा डिसूजा के साथ राज्य विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र अरलेकर के नाम चल रहे हैं. लेकिन उप मुख्यमंत्री डिसूजा की दावेदारी के बाद आज मुख्यमंत्री के लिए नाम चयन की प्रक्रिया में थोडी कठिनाई हो सकती है जब भाजपा विधायक दल की बैठक में नेता का चुनाव किया जाएगा. इससे पहले शुक्रवार को उन्होंने एक टीवी चैनल से कहा था कि उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाने से भाजपा के अल्पसंख्यक समुदाय के मतदाताओं पर प्रतिकूल असर पडेगा.
डिसूजा ने कहा, ‘‘मैंने साफ तौर पर इस तरह की अपेक्षा नहीं की थी. अल्पसंख्यक समुदाय भाजपा को कांग्रेस के विकल्प के तौर पर देखता है और अच्छा समर्थन दे रहा है. ऐसी भावना पैदा हो सकती है कि इस तरह एक अल्पसंख्यक उम्मीदवार को दरकिनार किया जा रहा है. यह मेरी भावना नहीं है लेकिन मुझे अपने समर्थकों से इस तरह का संकेत मिल रहा है.’’ भाजपा के कुछ विधायकों ने डिसूजा को खुलकर अपना समर्थन जताया है जिनमें विष्णु वाघ, किरण कंदोलकर, कालरेस अलमीडा, माइकल लोबो और ग्लेन टिकलो हैं.
वाघ ने कहा, ‘‘हमने उनसे (डिसूजा से) मुलाकात की. हमने उनसे कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी करनी चाहिए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘कैबिनेट के मौजूदा वरीयता क्रम के अनुसार डिसूजा इस क्रम में पार्रिकर के बाद दूसरे स्थान पर हैं. इसलिए जब नंबर एक को हटाया जाता है तो नंबर दो ही नंबर एक बन जाता है. आप नंबर चार या पांच को शीर्ष पर नहीं पहुंचा सकते.’’वाघ ने कहा कि पार्रिकर की गैर मौजूदगी में डिसूजा मुख्यमंत्री का कामकाज देख रहे हैं.
इससे पहले पार्रिकर ने शुक्रवार को कहा कि वह कल नई दिल्ली में भाजपा के केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद इस्तीफा दे देंगे. कहा जा रहा है कि पार्रिकर को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल कर रक्षा मंत्री बनाया जा सकता है.