भाजपा-शिवसेना ने गिले-शिकवे दूर, अनिल देसाई केंद्रीय मंत्रिमंडल में होंगे शामिल
मुंबई : भाजपा और शिवसेना के बीच की दूरी ऐसा लगता है कि खत्म हो गई है. 25 साल के गंठबंधन टूटने के बाद दोनों पार्टियों की बीच एक खाई बन गई थी और दोनों ने अलग अलग चुनाव लड़ा था.भाजपा और शिवसेना ने अपने मतभेद दूर कर लिए हैं और ऐसा इस वजह से […]
मुंबई : भाजपा और शिवसेना के बीच की दूरी ऐसा लगता है कि खत्म हो गई है. 25 साल के गंठबंधन टूटने के बाद दोनों पार्टियों की बीच एक खाई बन गई थी और दोनों ने अलग अलग चुनाव लड़ा था.भाजपा और शिवसेना ने अपने मतभेद दूर कर लिए हैं और ऐसा इस वजह से लगा कि शिवसेना ने केंद्रीय मंत्रिमंडल के प्रस्तावित विस्तार के लिए अपने राज्यसभा सदस्य अनिल देसाई का नाम सुझाने का फैसला किया है.
पिछले कुछ दिनों तक गिले-शिकवे का सिलसिला चलाने के बाद अब शिवसेना महाराष्ट्र में सत्ता के बंटवारे पर भी सहमति जताती प्रतीत हो रही है. एक शिवसेना सांसद ने कहा, ‘‘आरंभ में उद्धवजी (शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे) ने फैसला किया था कि जब तक राज्य स्तर पर किसी नतीजे पर नहीं पहुंचें, हम मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए किसी नाम की सिफारिश नहीं करेंगे.’’ शिवसेना सांसद ने कहा, ‘‘लेकिन, अब चूंकि वार्ता निर्णायक मोड पर है, हमने अपना रुख बदल दिया हैं हमारे नेता ने अनिल देसाई के नाम की सिफारिश करने का फैसला किया है ताकि उन्हें कल केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सके.’’
उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के लिए दूसरे नाम का फैसला शाम तक करेगा. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने गुरुवार को शिवसेना से कहा था कि वह केंद्र सरकार में शामिल करने के लिए दो नामों की सिफारिश करे.