महाराष्ट्र विस सत्र शुरु,शिवसेना ने कहा भाजपा से नहीं हो रही कोई वार्ता

मुंबई : आज शुरू हुए महाराष्ट्र विधानसभा के तीन दिवसीय विशेष सत्र में शिवसेना के विधायक विपक्ष की बेंचों पर बैठे. इस सत्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस विश्वास मत हासिल करेंगे. फडणवीस जब राज्यपाल के पास सरकार गठन का दावा पेश करने गए थे, तब राज्यपाल ने उन्हें विश्वास मत हासिल करने के लिए कहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 10, 2014 11:42 AM

मुंबई : आज शुरू हुए महाराष्ट्र विधानसभा के तीन दिवसीय विशेष सत्र में शिवसेना के विधायक विपक्ष की बेंचों पर बैठे. इस सत्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस विश्वास मत हासिल करेंगे.

फडणवीस जब राज्यपाल के पास सरकार गठन का दावा पेश करने गए थे, तब राज्यपाल ने उन्हें विश्वास मत हासिल करने के लिए कहा था. भगवा रंग की पगडी पहने शिवसेना के सदस्य विधानसभा के अंदर एक समूह के रुप में आए और विपक्ष के लिए निर्धारित सीटों पर बैठ गए. 288 सदस्यीय सदन का दूसरा सबसे बडा दल होने के नाते उनके बैठने का इंतजाम वहां किया गया था.

आज सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई. राज्यपाल सी. विद्यासागर राव ने राजभवन में अस्थायी स्पीकर के तौर पर वरिष्ठ विधायक जीव पांडू गावित को शपथ दिलाई. इसके बाद गावित ने सदन के नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई. यह प्रक्रिया कल भी जारी रहेगी. 12 नवंबर को सत्र का अंतिम दिन होगा और उस दिन स्पीकर का चुनाव किया जाएगा. शिवसेना के सूत्रों ने कहा कि पार्टी इस पद के लिए अपना उम्मीदवार उतार सकती है.

शिवसेना की वरिष्ठ नेता नीलम गोरे ने विधानसभा में संवाददाताओं को बताया कि उनकी पार्टी फिलहाल भाजपा के साथ किसी बातचीत में शामिल नहीं है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने यह घोषणा की थी कि यदि भाजपा विश्वास मत हासिल करने के लिए राकांपा का समर्थन स्वीकार कर लेती है तो उनकी पार्टी विपक्ष में बैठेगी.

उद्धव ने अंतिम निर्णय लेने से पहले भाजपा को जवाब देने के लिए दो दिन का समय दिया है. शिवसेना के नेता दिवाकर राउते ने आज कहा कि मराठी माध्यम के स्कूलों में उर्दू भाषा को ‘बढावा दिए जाने’ के मुद्दे पर शिवसेना के विधायक राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे को हरे रंग की टोपी भेंट करेंगे.

पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और पूर्व शिक्षा मंत्री विनोद तावडे के लिए विधायक के रुप में आज पहला दिन था. इससे पहले ये विधानपरिषद के सदस्य रह चुके हैं. कुछ सदस्यों ने शपथ ग्रहण करने से पहले ईश्वर का नाम लिया तो वहीं एक सदस्य ने ‘जय विदर्भ’ भी कहा. एक सदस्य ने शपथ लेते समय ‘नमो’ भी कहा.

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