आज फैसलों का सोमवार, तीन अहम मामलों पर टिकी है देश की निगाह
नयी दिल्ली : आज का दिन देश के लिए फैसलों का दिन साबित होने वाला है. अदालतों से आज कई अहम व राष्ट्रीय महत्व के मामलों में फैसला आने की उम्मीद है. बिहार के दिग्गज नेता व केंद्रीय रेलमंत्री रहे ललित नारायण मिश्र की समस्तीपुर में चार दशक पहले हुई हत्या के मामले में आज […]
नयी दिल्ली : आज का दिन देश के लिए फैसलों का दिन साबित होने वाला है. अदालतों से आज कई अहम व राष्ट्रीय महत्व के मामलों में फैसला आने की उम्मीद है. बिहार के दिग्गज नेता व केंद्रीय रेलमंत्री रहे ललित नारायण मिश्र की समस्तीपुर में चार दशक पहले हुई हत्या के मामले में आज फैसला आ सकता है. दिल्ली की एक अदालत से इस मामले में फैसला आने की उम्मीद है. जिला न्यायाधीश विनोद गोयल ने 12 सितंबर को इस मामले में सुनवायी पूरी कर ली थी और फैसला सुनाने के लिए 10 नवंबर की तारीख निर्धारित की थी.
इस हत्याकांड की सुनवाई के दौरान अभियोजन के 161 गवाहों और बचाव पक्ष के 40 से अधिक गवाहों की गवाही हुई इस हत्याकांड में आनंद मार्ग समूह के चार सदस्यों के साथ ही उस सयम 24 वर्ष के रहे वकील रंजन द्विवेदी का भी आरोपित के रूप में नाम शामिल था. रंजन के अलावा इस मामले में संतोषानंद अवधूत, सुदेवानंद अवधूत और गोपालजी अभियुक्त हैं. एक अभियुक्त की मुकदमे की सुनवाई के दौरान ही मृत्यु हो गयी थी. इन अभियुक्तों ने इस हत्याकांड में उनके खिलाफ चल रहा मुकदमा निरस्त करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की थी.
वहीं, संभावित फैसलों से जुड़ा दूसरा महत्वपूर्ण मामला क्रिकेट से जुड़ा है. आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में भी आज फैसला आने की उम्मीद है. इंटरनेशनल क्रि केट काउंसिल के चेयरमैन एन श्रीनिवासन की परेशानी आज एक बार फिर बढ़ सकती है. मुद्गल समिति के द्वारा आइपीएल सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट में सौंपे गये रिपोर्ट में आज एन श्रीनिवासन पर फैसला सुनाया जा सकता है. गौरतलब है कि मुद्गल समिति ने 3 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट में अंतिम रिपोर्ट दाखिल की थी.
इस रिपोर्ट पर उच्चतम न्यायालय संज्ञान लेते हुए फैसले पर विचार कर सकता है. सुप्रीम कोर्ट के आज के फैसले के बाद ये निर्णय होगा कि आइसीसी चीफ एन श्रीनिवासन, भारतीय क्रि केट बोर्ड यानी बीसीसीआइ के अध्यक्ष पुर्निनवाचित हो सकते हैं या नहीं.
गौरतलब हो कि 3 वनंबर को समिति की ओर से एक सीलबंद लिफाफे में रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को जमा किया गया. मुकुल मुद्गल की अध्यक्षता में बनी कमेटी में पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली भी शामिल हैं. इस कमेटी ने फरवरी में कोर्ट को 13 लोगों के नाम दिए थे जिनके खिलाफ आगे जांच करने की जरूरत थी. इस लिस्ट में एक नाम एन श्रीनिवासन का भी था जिसके बाद कोर्ट ने पैनल से उनके खिलाफ भी जांच करने को कहा था.न्यायमूर्ति मुदगल ने कहा, यह उच्चतम न्यायालय को तय करना है कि हमारा काम संतोषजनक रहा या नहीं. हमने आदेश का पालन किया और अच्छा काम किया. रिपोर्ट अब न्यायालय के पास है और उसे भावी कार्रवाई पर फैसला करना है.
फैसलों से जुड़ा एक और अहम मामला संत रामपाल का है. उन पर कानूनी शिकंजा कसे जाने की संभावना है. 2013 में तीन लोगों की मौत और हिंसा के आरोप में चंडीगढ़ पुलिस आज रामपाल को गिरफ्तार कर सकती है. इस मामले में कोर्ट ने अपना फैसला दो बजे तक सुरक्षित रखा गया है. पंजाब-हरियाणा हाइकोर्ट दिन के दो बजे उस मामले में फैसला सुनायेगी. उधर, बीमारी की बात कह कर रामपाल अस्पताल में भर्ती हो गये हैं. इस मामले को लेकर चंडीगढ़ में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं. संत रामपाल के आश्रम के बाहर 3500 पुलिसकर्मी, 10 पैरामिलिट्री फोर्स की 35 कंपनियां तैनात की गयी हैं. उनके आश्रम के बाहर समर्थकों का भी जुटाव हो गया है.