मुंबई : ‘‘ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमीन’’ पर उद्धव ठाकरे द्वारा गहरी नाराजगी जाहिर करने के बाद, उनकी पार्टी शिवसेना ने आज हैदराबाद स्थित इस संगठन पर हमला तेज करते हुए इस पर अल्पसंख्यक समुदाय के दिमाग में ‘‘जहर भरने’’ का आरोप लगाया और महाराष्ट्र सरकार से उसके खिलाफ कडी कार्रवाई करने की मांग की. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखे संपादकीय में कहा है ‘‘ओवैसी बंधु (सांसद असाउद्दीन और विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी) की कट्टरपंथी विचार व्यक्त करने और उनका प्रचार प्रसार करने की आदत है. दोनों ने देश में मुस्लिमों के दिमाग में जहर भरा.
नांदेड नगर निगम में सफलता हासिल करने के बाद अब दोनों अपना प्रभाव मराठवाडा क्षेत्र में फैलाना चाहते हैं.’’ उद्धव ने रविवार को एआईएमआईएम का प्रत्यक्ष तौर पर संदर्भ देते हुए कहा था ‘‘हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में, उन ताकतों ने अपने सर उठाये जो हिंदुओं के लिए खतरनाक हैं.’’ पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिन्दे की पुत्री प्रणीति की, संगठन पर प्रतिबंध की मांग करने वाली टिप्पणी का समर्थन करते हुए शिवसेना ने कहा कि लोगों को आगे आना चाहिए और प्रणीति का समर्थन करना चाहिए.
मुखपत्र में लिखे संपादकीय में शिवसेना ने कहा है ‘‘प्रणीति शिन्दे ने सिर्फ भारत के लोगों की भावनाएं ही जाहिर की हैं. एआईएमआईएम जिस तरह काम करती है, शिवसेना उसके खिलाफ है. अब तो कांग्रेस तक उसके खिलाफ बोल रही है जो प्रशंसनीय है.’’ आगे कहा गया है ‘‘राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम ने दो सीटें जीतीं और 14 विधानसभा सीटों पर वह दूसरे या तीसरे स्थान पर रही. इससे उनके हौसले बुलंद हुए हैं. :देवेन्द्र: फडणवीस सरकार को इस पार्टी के खिलाफ कडी कार्रवाई करनी चाहिए.
शिन्दे ने अपना रुख बिल्कुल साफ कर दिया है जिसकी अनदेखी नहीं की जा सकती. शिवसेना उनके साथ है.’’ एआईएमआईएम ने महाराष्ट्र में पहली बार चुनाव लडा और दो सीटें जीतने के साथ साथ कई इलाकों में बडी संख्या में मुस्लिम वोट अपने नाम किए.पार्टी ने 26 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे जिनमें से औरंगाबाद सीट से पत्रकार इम्तियाज जलील और बाइकुला सीट से वारिस पठान चुनाव जीते. कई सीटों पर एआईएमआईएम ने स्थापित पार्टियों के वोटों में सेंध लगाई.