सुरक्षा बलों के पास साइबर उपकरण होने चाहिएः कलाम

हैदराबाद: भारत के पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम ने आज कहा कि साइबर हमले भयानक विनाशकारी साबित हो सकते हैं इसलिए सुरक्षा बलों के आगामी अधिकारियों को ऐसे उपकरणों से सुसज्जित करना होगा जिससे वे तकनीक आधारित युद्ध लड़ सकें. मिलिटरी कॉलेज ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मकैनिकल इंजीनियरिंग के दीक्षांत समारोह में कलाम ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:51 PM

हैदराबाद: भारत के पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम ने आज कहा कि साइबर हमले भयानक विनाशकारी साबित हो सकते हैं इसलिए सुरक्षा बलों के आगामी अधिकारियों को ऐसे उपकरणों से सुसज्जित करना होगा जिससे वे तकनीक आधारित युद्ध लड़ सकें.

मिलिटरी कॉलेज ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मकैनिकल इंजीनियरिंग के दीक्षांत समारोह में कलाम ने कहा, ‘‘भविष्य के युद्ध में वे अधिकारी विजेता होंगे जो दुश्मन की मजबूती को पूर्व के युद्धों के आधार पर आकलित नहीं कर वर्तमान क्षमताओं और विश्व के प्रौद्योगिकी उन्नतीकरण के आधार पर करेंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सैन्य अधिकारियों को सभी इलाकों में आभासी वास्तविक आधारित, कृत्रिम युद्ध कौशल में प्रशिक्षित होना पड़ेगा.’’ उन्होंने कहा कि मजबूत राष्ट्र बनने का आधार आर्थिक एवं सैन्य ताकत दोनों है.

उन्होंने कहा, ‘‘भारत प्रौद्योगिकी उन्नति के लिए सक्षम है. हमने दूरसंवेदी, संचार उपग्रहों, रणनीतिक मिसाइल प्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली, एलसीए, नौसेना प्रणाली आदि में विशेषज्ञता विकसित की है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘सभी प्रौद्योगिकियों को समन्वित करने की जरुरत है और स्वदेशी प्रणाली बनाने की जरुरत है जो हमारे देश की रक्षा सेवाओं की जरुरतों को पूरा करेगा.’’

साइबर युद्ध कौशल एवं चुनौतियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया इलेक्ट्रॉनिक रुप से जुड़ी हुई है और साइबर युद्ध के कारण भविष्य में कई देशों पर खतरा होगा जो प्रकाश की गति से इतना विध्वंस कर देंगे जो अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल और अन्य परमाणु हथियार नहीं कर पाएंगे.

Next Article

Exit mobile version