श्रीनगर : पीडीपी के शंगुस से विधायक पीरजादा मंसूर के मुख्यमंत्री वाले बयान से सियासत गरमा गई है जिसके बाद पार्टी ने इससे खुद को अलग कर लिया है. मंसूर ने यह कहकर विवाद खडा कर दिया है कि एक मुस्लिम ही जम्मू कश्मीर का मुख्यमंत्री हो सकता है.
मंगलवार को अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शंगुस ने कहा कि कुछ ऐसी पार्टियां हैं जो साम्प्रदायिक तत्वों के साथ मिलकर यहां एक हिंदू मुख्यमंत्री थोपना चाहती हैं. यद्यपि मुझे यह स्पष्ट करने दीजिये कि जम्मू कश्मीर एक मुस्लिम बहुल राज्य है और इसका शासन केवल एक मुस्लिम मुख्यमंत्री ही कर सकता है.
उन्होंने कहा कि राज्य में हिंदू मुख्यमंत्री का बनना कश्मीर मुद्दे के राजनीतिक समाधान के लिए नुकसानदायक साबित होगा. कश्मीर एक संवेदनशील और संघर्ष वाला स्थान है. इसलिए यदि एक हिंदू मुख्यमंत्री लाया जाता है तो इसका उसके राजनीतिक परिदृश्य पर असर होगा तथा अन्य मुद्दे सामने आ सकते हैं.
पीडीपी ने इस बयान से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि यह भाजपा और कांग्रेस के इस मुद्दे पर अपनाये जा रहे रुख पर एक नेता की निजी टिप्पणी है. इससे पार्टी का कोई लेना देना नहीं है.
पीडीपी के मुख्य प्रवक्ता नईम अख्तर ने कहा, ‘‘कांग्रेस और भाजपा के कुछ नेता राज्य में एक हिंदू मुख्यमंत्री होने के मुद्दे को उठाते रहे हैं. इसलिए यह उस पर प्रतिक्रिया थी.’’उन्होंने कहा, ‘‘पीडीपी इसमें विश्वास नहीं करती कि एक मुख्यमंत्री चुनते समय धर्म एक निर्णायक कारक है. इसका निर्णय उम्मीदवार की योग्यता और लोकप्रियता के आधार पर होता है.’’