बिहार में गठबंधन पर एंटनी समिति फैसला करेगी कांग्रेस
पटना: कांग्रेस ने आज कहा कि बिहार में राजद या जदयू के साथ गठबंधन को लेकर रक्षा मंत्री ए के एंटनी की अध्यक्षता में गठित की गयी समिति उचित समय पर निर्णय लेगी. कांग्रेस के नवनियुक्त महासचिव शकील अहमद ने आज यहां कहा कि बिहार में राजद या जदयू के साथ गठबंधन को लेकर एंटनी […]
पटना: कांग्रेस ने आज कहा कि बिहार में राजद या जदयू के साथ गठबंधन को लेकर रक्षा मंत्री ए के एंटनी की अध्यक्षता में गठित की गयी समिति उचित समय पर निर्णय लेगी.
कांग्रेस के नवनियुक्त महासचिव शकील अहमद ने आज यहां कहा कि बिहार में राजद या जदयू के साथ गठबंधन को लेकर एंटनी की अध्यक्षता में गठित की गयी समिति उचित समय पर निर्णय लेगी. उन्होंने कहा कि इस बारे में पार्टी के बिहार प्रभारी सी पी जोशी से भी राय ली जाएगी. बिहार के मधुबनी संसदीय क्षेत्र से पूर्व सांसद अहमद ने कहा कि अगर इस बारे में उनसे पूछा जाएगा तो वह समिति को अपना सुझाव देंगे.
नरेंद्र मोदी की धर्मनिरपेक्ष छवि पर सवालिया निशान लगाने वाले और उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध कर रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाजपा से नाता तोड़ने पर बिहार विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने के दौरान कांग्रेस द्वारा समर्थन दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर अहमद ने कहा कि उनकी पार्टी राजग को सांप्रदायिक गठबंधन मानती है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने नीतीश जी को समर्थन राजग को कमजोर करने और धर्मनिरपेक्ष ताकत को मजबूत करने के उद्देश्य से दिया है.
यह पूछे जाने पर कि वर्ष 2014 का लोकसभा चुनाव बिहार में कांग्रेस अपने पुराने सहयोगी लालू प्रसाद की पार्टी राजद या नीतीश की पार्टी जदयू के साथ मिलकर लडेगी, अहमद ने कहा कि वैसे तो हाल में संपन्न महाराजगंज संसदीय उपचुनाव या उससे पूर्व बिहार में हुए सभी चुनाव उनकी पार्टी ने अकेले अपने बलबूते लड़े हैं पर अगले लोकसभा चुनाव में यहां गठबंधन को लेकर निर्णय पार्टी के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी की अध्यक्षता में गठित समिति लेगी.
बिहार की नीतीश सरकार को समर्थन दिए जाने के बाद कांग्रेस नीत केंद्र की वर्तमान संप्रग सरकार से अब बिहार को पूर्व की तुलना में अधिक मदद मिलने की उम्मीद के बाबत शकील अहमद ने कहा कि चाहे वह भाजपा शासित गुजरात हो या कोई अन्य प्रदेश, केंद्र सरकार राज्यों को सहायता प्रदान करने में कोई भेदभाव नहीं करती.
उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार द्वारा मांगी गयी 58,500 करोड़ रुपये की राशि से अधिक 59 हजार करोड़ रुपये केंद्र ने दिए हैं. अहमद ने कहा कि गुजरात में नरेंद्र मोदी की सरकार के तीन कार्यकाल के साथ-साथ वहां भाजपा की छह सरकारें हुईं पर भाजपा वहां जितना विकास होने का दावा करती है वह हकीकत से परे है.
उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा विकास के गुजरात मॉडल को जिस प्रकार से बढा-चढाकर पेश किया जा रहा है उक्त प्रदेश विभिन्न राष्ट्रीय मानकों में अन्य प्रदेशों से कैसे पीछे है वह किसी से छुपा हुआ नहीं है. अहमद ने कहा प्रति व्यक्ति आय में गुजरात आज देश में 10वें स्थान पर, आधारभूत संरचना के मामले में 11 वें स्थान पर और मानव विकास के मामले में 14वें स्थान पर है.
गुजरात के सौराष्ट्र में पानी की किल्लत का जिक्र करते हुए अहमद ने कहा कि वहां पानी लाने के लिए महिलाओं को पांच किलोमीटर से अधिक दूरी तय करनी पड़ती है जिसके कारण अब वहां अपनी बेटियों की शादी करने से अभिभावक कतरा रहे हैं.