अदालत में पेश नहीं हुए रामपाल, अदालत ने की प्रदेश सरकार की खिंचाई
बरवाला ( हरियाणा): स्वयंभू संत रामपाल आज भी अदालत में पेश नहीं हुए. उनके वकील ने अदालत में कहा कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है जिसके कारण वह अदालत नहीं आ पा रहे हैं . वकील ने अदालत में अतिरिक्त समय की मांग की. विवादास्पद ‘स्वयंभू संत’ रामपाल को उनके समर्थक ‘‘इलाज’’ के लिए आज […]
बरवाला ( हरियाणा): स्वयंभू संत रामपाल आज भी अदालत में पेश नहीं हुए. उनके वकील ने अदालत में कहा कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है जिसके कारण वह अदालत नहीं आ पा रहे हैं . वकील ने अदालत में अतिरिक्त समय की मांग की. विवादास्पद ‘स्वयंभू संत’ रामपाल को उनके समर्थक ‘‘इलाज’’ के लिए आज आश्रम से किसी अज्ञात स्थान पर ले गए. इससे पूर्व वह पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के समक्ष पेश नहीं हुए.
रामपाल की गिरफ्तारी का उनके समर्थकों ने विरोध किया और स्वयंभू संत आज उच्च न्यायालय में पेश नहीं हुए. अदालत की अवमानना के मामले में अदालत में पेश होने का उनके लिए आज अंतिम अवसर था. उनके वकील ने कहा कि उनका स्वास्थ्य ‘‘ठीक नहीं ’’ हैं. इसके कई घंटे बाद आश्रम के प्रवक्ता राज कपूर ने दावा किया कि 63 वर्षीय रामपाल को चिकित्सा उपचार के लिए एक अज्ञात स्थान पर स्थित अस्पताल ले जाया गया है.
अस्पताल या शहर के नाम का खुलासा करने से इंकार करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ हमें उनका उपचार करने में दिक्कत हो रही थी क्योंकि प्रशासन ने आश्रम में दवाओं समेत सभी प्रकार के सामान की आपूर्ति पर रोक लगा रखी थी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे पास उन्हें किसी अज्ञात स्थान पर अस्पताल में ले जाने के अलावा और कोई चारा नहीं था.’’ इस बीच हरियाणा सरकार ने दो सदस्यीय उच्च न्यायालय की पीठ को बताया कि वह अदालत के आदेश की पालना के लिए कदम उठा रही है लेकिन उसे हर कदम बडी सावधानी से उठाना पड रहा है क्योंकि हिसार जिले में संत के आश्रम में बडी संख्या में महिलाएं और बच्चे मौजूद हैं. अदालत ने अपना आदेश आज दोपहर तक के लिए सुरक्षित रख लिया.
उच्च न्यायालय ने पिछले सोमवार को स्वयंभू संत को अदालत में पेश करने में विफल रहने के लिए प्रदेश सरकार की कडी खिंचाई की थी जिनके खिलाफ अदालत की अवमानना के एक मामले में हाल ही में गैर जमानती वारंट जारी किया गया था. उनकी पेशी के लिए अदालत ने आज की समय सीमा तय की थी.
रामपाल के वकील एस के गर्ग ने न्यायाधीश एम जयपाल और दर्शन सिंह की पीठ को बताया कि बाबा ‘‘अस्वस्थ’’ हैं और वह बरवाला से यहां आने की हालत में नहीं हैं. अधिवक्ता ने पीठ को बताया, ‘‘वह ठीक नहीं हैं हम अदालत में पेशी से बच नहीं रहे हैं. वह पिछले मौकों पर भी अदालत में पेश होते रहे हैं. हमें कुछ समय दीजिए. एक बार अच्छे हो जाएंगे तो पेश होंगे.’’ उधर , राज्य सरकार की ओर से गृह सचिव तथा डीजीपी अदालत में पेश हुए. महाधिवक्ता बलदेव राज महाजन ने अदालत को बताया कि सरकार अदालत के आदेश की तामील के लिए कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि बरवाला में सतलोक आश्रम में काफी महिलाएं और बच्चे मौजूद हैं. ऐसे में पुलिस तथा प्रशासन को हर कदम सावधानी से उठाना पडेगा.
वर्ष 2006 के हत्या के एक मामले में रामपाल की जमानत रद्द होने के संबंध में पीठ ने सुनवाई कल तक के लिए स्थगित कर दी और बचाव पक्ष के वकील को तब तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा. महिलाओं और बच्चों समेत बडी संख्या में रामपाल के समर्थक आश्रम के भीतर और बाहर उनके बचाव में खडे हैं जहां केंद्रीय अर्धसैनिक बलों समेत सुरक्षाकर्मियों को भारी तादाद में तैनात किया गया है. इससे पूर्व सुबह में , उनके प्रवक्ता ने कहा कि संत रामपाल ‘‘अस्वस्थ’’ हैं और चंडीगढ नहीं जाएंगे. कपूर ने यहां कहा था, ‘‘ वह यात्रा करने की हालत में नहीं हैं क्योंकि वह अस्वस्थ हैं. वह एक चिकित्सा प्रमाणपत्र देंगे जिसे उच्च न्यायालय में पेश किया जाएगा.’’