गुजरात दंगा : जस्टिस नानावती ने गुजरात दंगों पर मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल को रिपोर्ट सौंपा
अहमदाबाद : गोधरा में ट्रेन को जलाने के बाद भडके गुजरात दंगों के 12 साल बाद मंगलवार को इस मामले की जांच के लिए गठित जस्टिस नानावती आयोग ने गुजरात सरकार को आज इस मामले में रिपोर्ट सौंप दी है. आयोग के अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायाधीश जीटी नानावती ने यह रिपोर्ट गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदी बेन […]
अहमदाबाद : गोधरा में ट्रेन को जलाने के बाद भडके गुजरात दंगों के 12 साल बाद मंगलवार को इस मामले की जांच के लिए गठित जस्टिस नानावती आयोग ने गुजरात सरकार को आज इस मामले में रिपोर्ट सौंप दी है. आयोग के अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायाधीश जीटी नानावती ने यह रिपोर्ट गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल को सौंपा है.
इस संबंध में फाइनल रिपोर्ट भी नानावती आयोग ने तैयार कर लिया है और इसे अगले कुछ दिनों में राज्य सरकार को सौंप दिया जायेगा. गुजरात दंगों की जांच के लिए बने इस आयोग को अबतक कुल 24 विस्तार मिल चुका है और इसे अंतिम विस्तार इसी साल 31 अक्तूबर को मिला था.
इससे पहले 2008 में आयोग की ओर से गोधरा में जलाये गये ट्रेन के संबंध में अपनी जांच के आधार पर संग्रहित किये गये कुछ तथ्यों सरकार को सौंपे थे. उसमें कहा गया था, साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन के जिस एस 6 बोगी को जलाया गया, वह पहले से पूर्व नियोजित था.
2002 में गठित हुआ था आयोग
जस्टिस नानावती आयोग 27 फरवरी 2002 को गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन की एस 6 बोगी जलाने के बाद भडके दंगों की जांच के लिए तीन मार्च 2002 को गठित किया गया था. दो सदस्यीय इस आयोग में जस्टिस नानावती और जस्टिस केजी शाह सदस्य थे. लेकिन, 2008 में जस्टिस शाह का निधन हो जाने के बाद हाइकोर्ट के सेवानिवृत्त जज अक्षय मेहता को इसका सदस्य बनाया गया.