छत्तीसगढ नसबंदी मामला: स्वस्थ होकर घर लौटीं 28 महिलाएं, मुख्यमंत्री ने दी सहायता राशि
बिलासपुर : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में नसबंदी के दौरान बीमार महिलाएं अब स्वस्थ्य हो रही हैं. 28 महिलाएं आज स्वस्थ्य होकर घर लौटीं है. मुख्यमंत्री की तरफ से घोषणा के बाद इन महिलाओं को सहायता राशि दी गई है. गौरतलब है कि बीते दिनों नसबंदी के दौरान बिलासपुर में 13 महिलाओं की मौत हुई […]
बिलासपुर : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में नसबंदी के दौरान बीमार महिलाएं अब स्वस्थ्य हो रही हैं. 28 महिलाएं आज स्वस्थ्य होकर घर लौटीं है. मुख्यमंत्री की तरफ से घोषणा के बाद इन महिलाओं को सहायता राशि दी गई है. गौरतलब है कि बीते दिनों नसबंदी के दौरान बिलासपुर में 13 महिलाओं की मौत हुई थी और कुछ गंभीर रूप से बीमार हो गई थीं.
बिलासपुर के वरिष्ठ अधिकारियों ने आज यहां बताया कि नसबंदी के बाद जिला अस्पताल में भर्ती 18 और छत्तीसगढ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) में भर्ती 10 महिलाएं स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट गई हैं. उन्हें आज अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.साथ ही उन्हें मुख्यमंत्री रमन सिंह की घोषणा के अनुरुप 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि का चेक भी प्रदान किया गया है. सभी महिलाओं को उनके घर तक वाहनों से पहुंचाने की व्यवस्था की गई है. संभागायुक्त सोनमणि बोरा और कलेक्टर सिद्घार्थ कोमल सिंह परदेशी ने अपनी देख-रेख में उन्हें अस्पतालों से रवाना किया.
अधिकारियों ने बताया कि नसबंदी के बाद बीमार हुई गौरेला की छह, पेण्ड्रा की 10, मरवाही की नौ और तखतपुर की तीन महिलाएं अब स्वस्थ हो गई हैं. इन महिलाओं को अस्पताल से छुट्टी देकर उनके परिजनों के साथ रवाना किया गया.
संभागायुक्त बोरा और कलेक्टर परदेशी ने बताया कि इन महिलाओं और उनके परिजनों से कहा गया है कि घर लौटने के बाद भी यदि उन्हें किसी प्रकार की तकलीफ या समस्या होती है, तो तत्काल उसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दें. छत्तीसगढ के बिलासपुर में इस महीने की 8 और 10 तारीख को लगे नसबंदी शिविर में आपरेशन कराने के बाद 13 महिलाओं की मौत हो गई थी. घटना के बाद राज्य में दो अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया तथा दो को निलंबित किया जा चुका है.
वहीं, मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए है. पुलिस ने इस मामले में महावर फार्मा के मालिक और उसके बेटे को गिरफ्तार कर लिया है. नसबंदी करने वाले डाक्टर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.