रामपाल दंगा व हत्या का दोषी, न्यायिक हिरासत में, पुलिस ने लिया 5 दिन की रिमांड पर

चंडीगढ़ : पंजाब-हरियाणा हाइकोर्ट में आज विवादस्पद संत रामपाल को पेश किया गया. कल ही रात उसे उसके हिसार के आश्रम से गिरफ्तार किया था. अदालत ने उसे उपद्रव व हत्या का दोषी करार देते हुए 28 नवंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. वहीं, इस सुनवाई के दौरान अदालत ने हरियाणा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 20, 2014 10:58 AM

चंडीगढ़ : पंजाब-हरियाणा हाइकोर्ट में आज विवादस्पद संत रामपाल को पेश किया गया. कल ही रात उसे उसके हिसार के आश्रम से गिरफ्तार किया था. अदालत ने उसे उपद्रव व हत्या का दोषी करार देते हुए 28 नवंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. वहीं, इस सुनवाई के दौरान अदालत ने हरियाणा सरकार से रामपाल के सतलोक आश्रम में पुलिस द्वारा की गयी कार्रवाई के संबंध में जानकारी मांगी. पुलिस को इस संबंध में पांच दिनों में रिपोर्ट देने को कहा गया है. हरियाणा पुलिस से अदालत ने पूछा कि रामपाल के आश्रम में हथियार व बंकर है क्या. सुनवाई के बाद अदालत ने इस मामले की सुनवाई की अगली तारीख 28 नवंबर तय कर दी है.

इससे पहले आज सुबह पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने वर्ष 2006 के हत्या मामले में रामपाल की जमानत रद्द कर दी साथ ही न्यायालय ने अदालत की अवमानना मामले में हरियाणा पुलिस को रामपाल को दोपहर दो बजे पेश करने का निर्देश भी दिया.

रामपाल को आज सुबह पंचकुला के अस्पताल से पुलिस थाने ले गई इस क्रम मे मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे उपर लगाए गए सारे आरोप गलत हैं.उन्होंने कहा कि मैंने किसी को बंधक नहीं बनाया. मुझे फंसाया जा रहा है. मैं नहीं जानता कि किसने गोली चलाई है.

‘स्वयंभू संत’ रामपाल को गिरफ्तार किये जाने के बाद जरुरी चिकित्सा परीक्षण के लिए ले जाया गया जहां स्वास्थ्य मापदंडों पर उनकी स्थिति ‘ठीक’ पायी गई. अवमानना के एक मामले में अदालत में उपस्थित होने से इनकार करने वाले 63 साल के रामपाल दावा कर रहे थे कि वह बीमार है और उन्हें हिसार के बरवाला क्षेत्र से दो सप्ताह तक चले गतिरोध के बाद कल रात सतलोक आश्रम से गिरफ्तार किया गया.

रामपाल को बाद में एम्बुलेंस से मध्यरात्रि के बाद 220 किलोमीटर दूरी तय करके हरियाणा में पंचकुला सरकारी अस्पताल ले जाया गया. यहां आने के तत्काल बाद डाक्टरों ने सेक्टर छह में सरकारी स्वास्थ्य संस्थान में उनका चिकित्सा परीक्षण किया. सदर अस्पताल के डा. राजेश ने संवाददाताओं से कहा कि रामपाल का स्वास्थ्य सभी मापदंडों पर ‘ठीक’ है.

रामपाल ने कहा,मेरे खिलाफ आरोप फर्जी

गिरफ्तार किये जा चुके ‘स्वयंभू संत’ रामपाल ने आरोपों को खारिज कर दिया कि उन्होंने अवमानना के एक मामले में पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए बरवाला के अपने आश्रम के भीतर अपने हजारों अनुयायियों को ‘बंधक’ बनाए रखने को कहा था. सरकारी अस्पताल में अपनी चिकित्सा जांच के बाद 63 वर्षीय रामपाल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ये झूठे इल्जाम हैं.’’

रामपाल के अनुयायियों ने दावा किया था कि उनके निजी सैन्य कमांडो और अन्य वफादार सेवकों ने उन्हें बंधक बनाए रखा। इस बारे में पूछे जाने पर ‘स्वयंभू संत’ ने गिरफ्तारी के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा, ‘नहीं यह सत्य नहीं है. अपने इर्द गिर्द जमा पत्रकारों के सवालों के बौछारों के बीच रामपाल चलते हुए इंतजार कर रहे पुलिस वाहन की ओर चले गए. इससे पहले, हिसार के बरवाला में सतलोक आश्रम से गिरफ्तार किये गए रामपाल की पंचकुला के सरकारी अस्पताल में चिकित्सकीय जांच हुयी.

आश्रम में छिपे रामपाल के अनुयायियों का बाहर आना जारी

रामपाल की गिरफ्तारी के एक दिन बाद उसके अनुयायियों का आश्रम से बाहर आना लगातार जारी है. सुरक्षा कर्मी एक व्यापक स्तर की खोज शुरु करने से पहले पर्याप्त सावधानी बरत रहे हैं. आज तडके सुबह, अधिकारियों ने अभी भी सतलोक आश्रम में मौजूद अनुयायियों से बाहर निकल आने की अपील करते हुए उनसे कहा था कि पुलिस एवं नागरिक प्रशासन वहां उनकी मदद के लिए है.

पुलिस ने कहा कि उसे संदेह है कि रामपाल के कुछ कट्टर समर्थक और उसके कुछ निजी कमांडो अभी भी अंदर हैं. अभियान में शामिल पुलिस एवं अर्धसैन्य बल अभी भी आश्रम में मौजूद अनुयायियों से अपील कर रहे हैं कि वे बिना किसी भय के आश्रम से बाहर निकल आएं लेकिन कुछ लोग अभी भी सशंकित हैं.

आश्रम में हथियार, युद्ध सामग्री समेत आपत्तिजनक वस्तुएं खोज निकालने के लिए व्यापक स्तरीय खोज अभियान चलाने से पहले पुलिस ने कहा कि वह यह सुनिश्चित करना चाहती है कि सभी निदरेष अनुयायी बाहर आ जाएं ताकि अंदर छिपे किसी भी कमांडो या आरोपियों को अलग थलग किया जा सके.

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