सदन में ‘अशोभनीय आचरण’ के कारण राज्यसभा में विपक्षी दलों के 19 सांसदों को मंगलवार को निलंबित कर दिया गया. इन्हें इस सप्ताह के शेष सत्र के लिए निलंबित किया गया है. जिन सांसदों को निलंबित किया गया है, उनमें 7 तृणमूल कांग्रेस के, 6 द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (डीएमके) के, 3 तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के, 2 सीपीएम के और 1 सीपीआई के हैं.
निलंबित सांसदों के नाम सुष्मिता देव, मौसम नूर, शांता छेत्री, डोला सेन, डॉ शांतनु सेन, अभी रंजन बिस्वार और मोहम्मद नदीमुल हक (सभी तृणमूल कांग्रेस के), एम हमामेद अब्दुल्ला, एस कल्याणसुंदरम, आर गिरराजन, एनआर एलांगो, एम शनमुगम और डॉ कनिमोझी एनवीएन सोमू (सभी डीएमके), बी लिंगैया यादव, रविहांद्रा वड्डीराजू और दामोदर राव दिवाकोंडा (सभी टीआरएस), एए रहीम और डॉ वी शिवदासन (दोनों सीपीआई एम के) और संतोष कुमार पी (सीपीआई) हैं.
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राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों के निलंबन को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर तृणमूल कांग्रेस ने निशाना साधा. पार्टी ने आरोप लगाया कि उसने संसद को ‘अंधा कुआं’ बना दिया है. तृणमूल नेता डेरेक ओ ब्रायन ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘भारत में लोकतंत्र को निलंबित कर दिया गया है. संसद को अंधा कुआं बना दिया गया है.’
उन्होंने यह टिप्पणी राज्यसभा में 19 विपक्षी सांसदों के निलंबन को लेकर की. सदन में ‘अशोभनीय आचरण’ के कारण विपक्ष के 19 सदस्यों को वर्तमान सप्ताह के शेष समय के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया है. उच्च सदन में तृणमूल के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी संसद से ‘भयभीत’ हैं.
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद से भयभीत हैं. मैं उनसे संसद में आकर एक सवाल का जवाब देने के लिए कहता हूं.’ डेरेक ओ ब्रायन ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री हर बृहस्पतिवार को आधे घंटे के लिए संसद आते हैं और इसे ‘गुजरात जिमखाना’ मानते हैं. राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों के निलंबन पर तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि संसद को विपक्ष नहीं, सरकार बाधित कर रही है.