विकास के लिए प्रकृति से छेड़छाड़ गलत : सोनिया

किश्तवाड़ (जम्मू कश्मीर) : उत्तराखंड में आयी प्राकृतिक आपदा के मद्देनजर संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज जोर दिया कि विकास गतिविधियां करते वक्त पारिस्थितिकी और जैव विविधता का संरक्षण किया जाना चाहिए. गांधी ने जम्मू कश्मीर के सुदूरवर्ती जिले में 850 मेगावाट की रैटल बिजली परियोजना की आधारशिला रखते हुए कहा, मेरा मानना है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:52 PM

किश्तवाड़ (जम्मू कश्मीर) : उत्तराखंड में आयी प्राकृतिक आपदा के मद्देनजर संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज जोर दिया कि विकास गतिविधियां करते वक्त पारिस्थितिकी और जैव विविधता का संरक्षण किया जाना चाहिए.

गांधी ने जम्मू कश्मीर के सुदूरवर्ती जिले में 850 मेगावाट की रैटल बिजली परियोजना की आधारशिला रखते हुए कहा, मेरा मानना है कि पारिस्थितिकी और जैव विविधता का संरक्षण किया जाना चाहिए. गांधी ने कहा कि रैटल जैसी परियोजनाओं से स्थानीय आबादी को लाभ होगा.

उन्होंने उम्मीद जतायी कि जिन लोगों की जमीन परियोजना के लिए अधिग्रहीत की गई है वे पर्याप्त मुआवजा पायेंगे. संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने श्रीनगर में कल आतंकवादी हमले में आठ सैनिकों की मृत्यु पर शोक प्रकट किया.

गांधी ने कहा कि जम्मू कश्मीर की जनता ने राज्य को शांति, प्रगति और विकास के रास्ते पर ले जाने के प्रति प्रतिबद्धता दिखाई है. उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में राज्य से बढ़ती संख्या में युवकों के सफल होने पर संतोष जताया.

गांधी ने कहा, युवाओं ने दिखाया है कि अगर अवसर दिया जाये तो वे सभी स्तरों पर अच्छा कर सकते हैं. राज्य में विकास और रोजगार के सृजन के लिए केंद्र सरकार के कई योजनाएं शुरु करने का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, केंद्र ने राज्य में युवाओं के कौशल विकास को समुन्नत करने के लिए उड़ान और हिमायत योजनाएं शुरु की हैं.

उन्होंने कहा, हाल में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और राहुल गांधी ने राज्य की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उम्मीद योजना शुरु की. गांधी ने कहा कि जम्मू कश्मीर सरकार ने राज्य के अनेक हिस्सों को जोड़ने के लिए कई कदम उठाये हैं. उन्होंने राज्य में नेतृत्व दिखाने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद की भी सराहना की. आजाद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हैं.

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