Loading election data...

नेपाल दौरे पर तीर्थस्‍थलों की यात्रा नहीं कर पायेंगे प्रधानमंत्री मोदी

नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को अपनी दक्षेस सम्मेलन में शामिल होने की यात्रा के दौरान प्रमुख हिंदू तीर्थस्थलों सहित जनकपुर की यात्रा नहीं कर पाएंगे. प्रधानमंत्री तीर्थस्‍थलों की अपनी इच्छा के बावजूद सिर्फ काठमांडू ही जाएंगे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने बताया ‘काठमांडू की पिछली यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 23, 2014 5:28 PM

नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को अपनी दक्षेस सम्मेलन में शामिल होने की यात्रा के दौरान प्रमुख हिंदू तीर्थस्थलों सहित जनकपुर की यात्रा नहीं कर पाएंगे. प्रधानमंत्री तीर्थस्‍थलों की अपनी इच्छा के बावजूद सिर्फ काठमांडू ही जाएंगे.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने बताया ‘काठमांडू की पिछली यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों के बीच सभ्यता के जुडाव तथा लोगों के संपर्क पर जोर देने के लिए जनकपुर, लुम्बिनी और मुक्तिनाथ सहित नेपाल की अन्य जगहों पर जाने की अपनी इच्छा जाहिर की थी.
दक्षेस शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री के नेपाल दौरे के कार्यक्रम को लेकर खासी दिलचस्पी है. उन्होंने बताया ‘प्रधानमंत्री की अपरिहार्य घरेलू प्रतिबद्धताओं और देश में ही पूर्व निर्धारित दौरों के चलते वह दक्षेस शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए सिर्फ काठमांडो जाएंगे’. अकबरुद्दीन से नेपाल में मोदी के दौरे और यात्रा कार्यक्रम के बारे में पूछा गया था.
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री भारत और नेपाल के बीच विशेष संबंधों को बहुत महत्व देते हैं. मोदी नेपाल के नेतृत्व और वहां के लोगों के साथ बातचीत के हर मौके का वह हमेशा स्वागत करेंगे.
सैयद अकबरुद्दीन ने बताया ‘मोदी नेपाल में जनकपुर, लुम्बिनी, मुक्तिनाथ और अन्य स्थानों पर जाने के लिए शीघ्र अवसर ढूंड रहे हैं.’ प्रधानमंत्री 26 और 27 नवंबर को काठमांडो में होने जा रहे 18वें दक्षेस शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए 25 नवंबर को भारत से रवाना होंगे.
मोदी अपनी पिछली नेपाल यात्रा में ही काठमांडू से करीब 250 किमी दूर दक्षिण में स्थित सीता के जन्‍मस्‍थान जनकपुर जाना चहते थे. इसके साथ ही मोदी ने भगवान बुद्ध के जन्मस्थान लुम्बिनी तथा तीर्थ स्थल मुक्तिनाथ जाने की इच्‍छा जतायी थी. मुक्तिनाथ दक्षिणी पहाडी क्षेत्र में है. जनकपुर में स्थानीय राजनीतिक गुटों ने उनकी यात्रा के सिलसिले में और विरोध में रैलियां निकालीं जिसके बाद उनके दौरे को लेकर विरोधाभासी खबरें हैं.
‘यूनिफाइड सीपीएन माओइस्ट’ तथा कुछ मधेसी दलों ने दौरे के लिए एक समानांतर आयोजन समिति बनाने की धमकी तक दी है. यह विवाद तब शुरु हुआ जब नेपाल के उप प्रधानमंत्री तथा गृह मंत्री बाम देव गौतम ने संसद में कहा कि मोदी अपनी यात्रा के दौरान जनकपुर के लोगों को संबोधित नहीं करेंगे.

Next Article

Exit mobile version