दक्षेस में आतंकवाद के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस पर जोर दे सकते हैं मोदी
नयी दिल्ली: दक्षिण ऐशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (दक्षेस) की बैठक में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे लेकिन सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा आतंकवाद और उग्रवादी हिंसा को नियंत्रित करने के लिए पड़ोसियो से सहयोग मांगन हो सकता हैं. मोदी आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस ’ अपनाने का सुझाव भी दे सकते हैं. […]
नयी दिल्ली: दक्षिण ऐशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (दक्षेस) की बैठक में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे लेकिन सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा आतंकवाद और उग्रवादी हिंसा को नियंत्रित करने के लिए पड़ोसियो से सहयोग मांगन हो सकता हैं. मोदी आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस ’ अपनाने का सुझाव भी दे सकते हैं. सरकारी सूत्रों ने बताया कि इस दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री की ओर से आतंकवाद के खिलाफ जोरदार ढंग से बात रखे जाने की संभावना है जो कि दक्षेस के अधिकतर देशों को प्रभावित किए हुए है.
सूत्रों के अनुसार मोदी इस बात को प्रमुखता से रख सकते हैं कि भारत आतंकवाद के सबसे अधिक प्रभावित देशों में से एक है और इसलिए वह इसके विरुद्ध ‘शून्य सहिष्णुता’ का रुख अपनाने जा रहा है और अन्य सभी देशों को भी यही रुख अपनाना चाहिए.
इस शिखर बैठक में व्यापार के उदारीकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्रों में सहयोग, उर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करना और जलवायु परिवर्तन से निपटने के मुद्दों पर गहन विचार होने की उम्मीद है.प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही मोदी दक्षेस को मजबूत किए जाने पर बल दे रहे हैं.दक्षेस में बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका और अफगानिस्तान शामिल हैं.