चंडीगढ : केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह और सुरेश प्रभु ने आज हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटों के उपचुनावों के लिए भाजपा प्रत्याशी की हैसियत से आज अपना नामांकन दाखिल किया.
चुनाव अधिकारी सुमित कुमार के समक्ष जिस समय इन दोनों ने पर्चा भरा उस समय वहां हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, कुछ मंत्री और भाजपा के सभी विधायक मौजूद थे. सुमित कुमार हरियाणा विधानसभा के सचिव भी हैं.
आज उप चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन था. अगर जरुरी हुआ तो चुनाव 5 दिसंबर को कराया जाएगा। परिणामों की घोषणा भी चुनाव के दिन ही होगी. सिंह और प्रभु दोनों को 27 अक्तूबर को हुए केंद्रीय मंत्रिपरिषद के विस्तार में मंत्री बनाया गया था। वे संसद के किसी भी सदन के सदस्य नहीं है और मंत्री के पद पर बने रहने के लिए उनका छह माह के भीतर संसद में निर्वाचित होना अनिवार्य है.
बीरेंद्र सिंह हरियाणा से कांग्रेस के टिकट पर पहले राज्यसभा के सदस्य थे लेकिन विधानसभा चुनावों के पहले भाजपा में शामिल होने के लिए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.हरियाणा से राज्यसभा की ये दोनों सीटें बीरेंद्र सिंह के 28 अगस्त को अपनी सीट से इस्तीफा देने और इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) के रणबीर सिंह के नालवा से विधायक का चुनाव जीतने के कारण रिक्त हुई थीं. अब इन्हीं दो सीटों पर उपचुनाव होना है.
हरियाणा में भाजपा के पहली बार सरकार बनाने के मद्देनजर इन दोनों सीटों पर उसके प्रत्याशियों के निर्विरोध चुने जाने की उम्मीद है. इससे भाजपा की राज्यसभा में ताकत में भी इजाफा होगा क्योंकि अभी उच्च सदन में भाजपा के पास बहुमत नहीं है. वर्तमान में भाजपा के पास राज्यसभा में मात्र 43 सीट हैं. इन दोनांे मंत्रियों का कार्यकाल 1 अगस्त 2016 तक होगा.